संभल प्रकरण में बोली प्रियंका गाँधी ‘इतने संवेदनशील मुद्दे पर बिना दोनों पक्ष को सुने आदेश और हड़बड़ी के साथ कार्यवाही गलत’, बोले राहुल ‘सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’
फारुख हुसैन
डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रतिक्रिया दी। प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि उत्तर प्रदेश के संभल में अचानक उठे विवाद को लेकर राज्य सरकार का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा, ‘इतने संवेदनशील मामले में बिना दूसरा पक्ष सुने और बिना दोनों पक्षों को भरोसे में लिए प्रशासन ने जिस तरह हड़बड़ी के साथ कार्रवाई की वह दिखाता है कि सरकार ने खुद माहौल खराब किया। प्रशासन ने ज़रूरी प्रक्रिया और कर्तव्य का पालन भी जरूरी नहीं समझा।’
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘सत्ता में बैठकर भेदभाव, अत्याचार और फूट फैलाने का प्रयास करना न जनता के हित में है, न देश के हित में। माननीय सुप्रीम कोर्ट को इस मामले का संज्ञान लेकर न्याय करना चाहिए। प्रदेश की जनता से मेरी अपील है कि हर हाल में शांति बनाएं रखें।’
वहीं राहुल गांधी ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश के संभल में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और कई लोगों की मृत्यु का कारण बना – जिसकी सीधी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार है।’
राहुल गांधी ने कहा, ‘भाजपा का सत्ता का उपयोग हिंदू-मुसलमान समाजों के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए करना न प्रदेश के हित में है, न देश के। मैं सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में ज़ल्द से ज़ल्द हस्तक्षेप कर न्याय करने का अनुरोध करता हूं। सबको एक साथ जुड़ कर यह सुनिश्चित करना है कि भारत सांप्रदायिकता और नफ़रत नहीं, एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े।’