क्या हिजबुल्लाह की ये बड़ी जीत है..? इसराइल हिजबुल्लाह के बीच हुआ युद्ध विराम, युद्ध विराम की घोषणा के अंतिम मिनट तक हिजबुल्लाह बरसाता रहा इसराइल पर राकेट, युद्ध विराम की घोषणा के बाद विस्थापितों ने किया घर का रुख
आफताब फारुकी
डेस्क: हिजबुल्लाह की इसराइल से चल रही जंग में युद्ध विराम का समझौता हो गया है। मंगलवार को हिज़्बुल्लाह और इसराइल के बीच युद्धविराम के कुछ घंटे पहले तक हिज़्बुल्लाह की ओर से इसराइल पर राकेटों की बारिश कर दिया गया था। हिज़्बुल्लाह ने कहा कि ‘मंगलवार की रात उसने तेल अवीव के कुछ संवेदनशील सैन्य ठिकानों पर हमले किए हैं।’
इसराइली सेना ने इसकी पुष्टि की है। इस युद्ध विराम को हिजबुल्लाह अपनी जीत के तौर पर देख रहा है। समाचार एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक, हिज़्बुल्लाह ने कहा कि ‘राजधानी बेरूत को निशाना बनाने और नागरिकों पर इसराइली सेना के जनसंहार के ख़िलाफ़ हिज़्बुल्लाह ने तेल अवीव के कुछ संवेदनशील ठिकानों को निशाना बनाया है।’ वहीं इसराइल ने बेरूत के कुछ इलाक़ों में निवासियों से घर खाली करने के निर्देश दिए और कहा कि इसराइली सेना हिज़्बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बना सकती है। इससे पहले इसराइल ने कहा कि सोमवार को हिज़्बुल्लाह ने 250 रॉकेट दागे।
इसराइल और हिज़्बुल्लाह के बीच युद्धविराम समझौता लागू होने के बाद लोग अपने घर लौटने लगे हैं। इस समझौते की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने की जो बुधवार से लागू हो गई है। लेकिन इसराइली सेना ने कुछ इलाक़ों में अपने नागरिकों की वापसी के लिए हरी झंडी नहीं दी है। दक्षिणी लेबनान की ओर जाने वाले हाईवे पर लोगों में उत्साह देखा जा सकता है। सबसे अधिक लेबनान और इसराइल की सीमा पर स्थित दक्षिणी लेबनान के कस्बे और गांव हैं, जहाँ से बड़ी तादाद में लोगों ने पलायन किया था।
उधर सीमा पर उत्तरी इसराइल में महीनों से यहूदी बस्तियां ख़ाली पड़ी हैं और इस समझौते से कुछ लोग नाराज़ भी हैं। हालांकि दोनों तरफ़ के विस्थापित नागरिकों की घर वापसी के लिए दोनों पक्ष एक क़दम आगे बढ़ चुके हैं। माना जा रहा है कि हिज़्बुल्लाह इसे अपनी जीत के रूप में पेश करेगा लेकिन विरोधी उसकी कमज़ोर स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। घर वापस आए कुछ लोगों को घर मलबे में तब्दील मिले। हालांकि वापसी की खुशी कई लोगों के चेहरे पर देखी जा सकती है।