यूपी विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने कहा ‘भाजपा सरकार संभल हिंसा का सच छिपा रही है, वहाँ के डीएम ने फोन करके संभल नही आने को कहा’
आदिल अहमद
डेस्क: उत्तर प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने कहा है कि संभल के जिलाधिकारी (डीएम) ने उन्हें फोन कर संभल नहीं आने को कहा है। शनिवार को माता प्रसाद पांडे ने मीडिया से कहा, ‘रात में गृह सचिव ने मुझे फोन कर संभल नहीं जाने को कहा है। गृह सचिव ने कहा कि वहां स्थिति अभी बदल सकती है। इसके बाद संभल के डीएम का फोन आया। उन्होंने कहा कि आप संभल मत आइए हमने रोक 10 दिसंबर तक बढ़ा दी है।’
उन्होंने कहा कि ‘मैं पार्टी दफ़्तर जाऊंगा, वहां हम लोग तय करेंगे कि हमें आगे क्या करना है।’ उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के आरोप के जवाब में माता प्रसाद पांडे ने कहा, ‘हम किसी को नहीं भड़काते हैं। भड़काने वाली भाषा उनकी रहती है।’ माता प्रसाद पांडे ने कहा, ‘उन्हें मुझे नोटिस देना चाहिए था कि आप संभल नहीं जा सकते, लेकिन बिना किसी नोटिस के उन्होंने मेरे घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी।’
एक अन्य बयान में माता प्रसाद पांडे ने कहा, ‘न्याय आयोग वहां (संभल) जा रहा है, प्रेस के लोग जा रहे हैं, उनके जाने से कोई ख़तरा पैदा नहीं हो रहा है। अगर हम चले जाएंगे तो अशांति पैदा हो जाएगी। ये सरकार जानबूझकर अपने सारे कार्यों पर पर्दा डालने के लिए हम लोगों को रोक रही है।’
वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) ने इस मामले पर अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से पोस्ट कर एक बयान जारी किया है। सपा ने कहा है, ‘अखिलेश यादव के निर्देश पर संभल में हुई हिंसा की जांच के लिए बनाए गए सपा प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेताओं के घरों पर सरकार पुलिस लगाकर उन्हें संभल जाने से रोकने की घटना, घोर निंदनीय व अलोकतांत्रिक है। बीजेपी सरकार संभल हिंसा का सच छिपा रही है। सपा प्रतिनिधिमंडल को संभल जाने की अनुमति मिलनी चाहिए।’