मस्जिद में मंदिर की तलाश पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाया रोक, अब गलियों में जारी हुई मंदिरों की तलाश, वाराणसी के मदनपुरा इलाके में वर्षो से बंद पड़ी मंदिर में पूजा करने की मांग
तारिक आज़मी
वाराणसी: पिछले दिनों मस्जिद और दरगाहो में मंदिर की तलाश में निकले लोगो पर सुप्रीम कोर्ट ने ब्रेक लगा दिया है और प्लेसेस आफ वोर्शिप एक्ट 1991 की वैधानिकता पर सुनवाई मुल्क की सबसे बड़ी अदालत कर रही है। इसी दरमियाना संभल में वर्षो से बंद मंदिर का मुद्दा सामने कुछ इस प्रकार आया कि ऐसा प्रतीत हुआ एक बारगी कि मुस्लिम समाज मंदिर पर कब्ज़ा करके बैठा है।
सोशल मीडिया पर चंद ने माहोल ऐसा ही बना दिया था। मगर इसी बीच जिस परिवार की मंदिर थी, उसका बयान सामने आने के बाद सब शांत हुआ और बात साफ़ हुई कि रस्तोगी परिवार की उस मंदिर पर ताला रस्तोगी परिवार ने ही बंद किया था। अभी ये मामला चल ही रहा है कि कल शाम से ही सोशल मीडिया पर वाराणसी के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र मदनपुरा की एक बंद पड़ी मंदिर की तस्वीर वायरल हुई। इस तस्वीर के वायरल होने के बाद आज सनातन रक्षा दल मौके पर पहुच गया और मंदिर खोलने की मांग करने लगा।
सनातन रक्षा दल का दावा है कि कि यह दो शताब्दी पुराना शिव मंदिर है जो 70 वर्षों से बंद है। कल मंगलवार को सनातन रक्षा दल के सदस्य उस स्थल पर पहुंचे और प्रशासन को इसकी जानकारी दी। समूह ने मंदिर खोलने की मांग की है ताकि वहां प्रार्थना की जा सके। इस दरमियान मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण इस भीड़ को देख कौतुहल के साथ मुस्लिम लोगो की भी भीड़ इकठ्ठा होने लगी। मौके पर पहुची पुलिस ने मामले को सम्भाला।
इस मामले में वाराणसी के पुलिस उपायुक्त गौरव बंसवाल ने कहा, ‘जिला प्रशासन को मंदिर के बारे में सूचित कर दिया गया है, और वे इस पर निर्णय लेने के लिए रिकॉर्ड की समीक्षा कर रहे हैं। किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा।’डीसीपी ने कहा कि एहतियात के तौर पर मंदिर स्थल पर पुलिस की एक टीम तैनात की गई है। एक स्थानीय निवासी ने बताया है कि मंदिर में लंबे समय से ताला लगा हुआ है क्योंकि कोई भी वहां पूजा के लिए नहीं आता है।
सनातन रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष, अजय शर्मा ने कहा कि संगठन ने जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मंदिर खोलने और पूजा-अर्चना की अनुमति देने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा, ‘मंदिर खुलने के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि अंदर देवताओं की कोई मूर्ति है या नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि सनातन रक्षा दल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने और निर्देश जारी करने का आग्रह किया है।
वैसे बताते चले कि मंदिर तो एक लम्बे अरसे से बंद है और कोई यहाँ पूजा अर्चना करने नहीं आता है। मगर एक हकीकत ये भी है कि किसी ने आने से रोका भी नहीं है। मंदिर पर ताला किसका लगा हुआ है इसकी जानकारी अभी तक निकल कर सामने नही आई है। फिलहाल मौके पर पुलिस बल तैनात है और शांति व्यवस्था में किसी प्रकार का कोई व्यवधान नही है।