मणिपुर हिंसा: तलाशी अभियान के दरमियान सुरक्षा बलों ने बरामद किया स्टारलिंक डिवाइस, बोले एलन मस्क ‘ये झूठ है’
तारिक खान
डेस्क: मणिपुर में सुरक्षा बलों ने 13 दिसंबर को इंफाल पूर्व से स्टारलिंक डिवाइस जब्त किए हैं। पुलिस और सेना द्वारा संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान ये डिवाइस बरामद किए गए। इस बरामदगी के जानकारी पर स्टारलिंक डिवाइस बनाने वाली कंपनी प्रमुख एलन मास्क ने इसको झूठा दावा करार दिया है।
हिंसाग्रस्त मणिपुर में स्टारलिंक डिवाइस की खोज चिंता का विषय है, क्योंकि यह भारतीय नेटवर्क को दरकिनार करते हुए सैटेलाइट आधारित हाई स्पीड इंटरनेट प्रदान करता है। द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, मणिपुर में सुरक्षा बलों ने 13 दिसंबर को इंफाल पूर्व से स्टारलिंक डिवाइस जब्त किए हैं। पुलिस और सेना द्वारा संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान ये डिवाइस बरामद किए गए।
अधिकारियों ने बताया कि जब सुरक्षा बल इंफाल पूर्व के केराओ खुनौ में छापेमारी कर रहे थे, तब हथियारबंद बदमाशों ने स्टारलिंक सैटेलाइट एंटीना और राउटर को छोड़ दिया। स्टारलिंक डिवाइस के साथ-साथ अन्य हथियारों और गोला-बारूद में म्यांमार सेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एमए4 असॉल्ट राइफलें और एक पिस्तौल शामिल थी। हालांकि, जब्त किए गए उपकरणों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद स्टारलिंक के संस्थापक एलन मस्क ने कहा कि यह ‘झूठ’ है, क्योंकि भारत में स्टारलिंक उपग्रह बीम बंद हैं।
ज़ब्त किए गए स्टारलिंक डिवाइस पर ‘RPF/PLA’ लिखा हुआ था, जिसका संक्षिप्त नाम पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और इसकी राजनीतिक शाखा, रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट (आरपीएफ) है, जो एक मेईतेई चरमपंथी समूह है जो म्यांमार से संचालित होता है और जिसे केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा प्रतिबंधित किया गया है। यह समूह मणिपुर को भारत से अलग करने की वकालत करता है। हालांकि, जब एक एक्स यूजर ने ज़ब्त किए गए कथित स्टारलिंक डिवाइस की तस्वीरें पोस्ट कीं और कहा, ‘स्टारलिंक का इस्तेमाल आतंकवादियों द्वारा किया जा रहा है। उम्मीद है, एलन मस्क इस पर गौर करेंगे और इस तकनीक के दुरुपयोग को नियंत्रित करने में मदद करेंगे।’, तब मस्क ने कहा कि यह दावा ‘झूठा’ है। मस्क ने एक्स पर लिखा, ‘यह गलत है। भारत के ऊपर स्टारलिंक सैटेलाइट बीम बंद कर दिए गए हैं।’