एक तरफ सियासी दल कर रहे दिल्ली विधानसभा चुनावो की तैयारी वही दूसरी तरफ दक्षिणपंथी संगठन विश्वहिन्दू परिषद दिल्ली ने बाट रहा त्रिशूल, 50 हज़ार त्रिशूल बाटने के लक्ष्य के साथ अब तक 7-8 हज़ार त्रिशूल बाटे
फारुख हुसैन
डेस्क: एक तरफ जहा सभी सियासी दल दिल्ली विधानसभा चुनावो की तैयारी कर रही है और जनता को अपने वायदों के तरफ आकर्षित कर रही है। वही दूसरी तरफ विश्व हिन्दू परिषद के द्वारा दिल्ली विधानसभा चुनावो के बीच 50 हज़ार त्रिशूल बाटने का कार्यक्रम बन रहा है। सात से आठ हज़ार त्रिशूल बांटे जा चुके हैं। चुनाव से पहले 50 हज़ार से ज्यादा त्रिशूल बांटने का लक्ष्य है। हालांकि, विहिप का कहना है कि इसका चुनाव से कोई लेना देना नहीं है।
बताते चले कि दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी, 2025 को समाप्त हो रहा है। जनवरी के पहले सप्ताह में तारीखों की आधिकारिक घोषणा हो सकती है और फरवरी के मध्य में मतदान हो सकते हैं। इस दरमियान विश्व हिन्दू परिषद के इस त्रिशूल बाटने के अभियान की शुरूआत 15 दिसंबर को हुई थी, जब पहला समारोह पहाड़गंज में हुआ था। अगला बड़ा समारोह 19 जनवरी, 2025 को होना है। कोई भी व्यक्ति इन कार्यक्रमों में पहुंचकर त्रिशूल ले सकता है। विहिप वॉट्सऐप के जरिये आम जनता को आमंत्रित कर रहा है – ‘आप सभी अपना नाम लिखवाए और शस्त्र धारण कर।’
यह एक तरह से विहिप की युवा इकाई बजरंग दल में भर्ती का कार्यक्रम भी है। गुप्ता बताते हैं, ‘जो संगठन में पहले से हैं, उन्हें तो (त्रिशूल) धारण करना ही होता है। जो संगठन में नहीं होता है और धारण करने की इच्छा जताता है, उसे संगठन में शामिल कर लिया जाता है। त्रिशूल दीक्षा का कार्यक्रम बजरंग दल की स्थापना के समय से हो रहा है। दिल्ली में भी समय-समय पर हुआ है। यह कार्यक्रम ऐसा ही होता है, पांच-दस साल में एक बार। क्योंकि जिस जेनरेशन को हमने पहले (त्रिशूल) दे दिया है, उसके पास तो रहता ही है।’
गुप्ता आगे कहते हैं, ‘अगर चुनाव को ध्यान में रखकर ये कर रहे होते तो अभी जब लोकसभा चुनाव हुआ, तब क्यों नहीं किया? उससे पहले नगर निगम के चुनाव में क्यों नहीं किया? हिंदू समाज की रक्षा करने का जो संकल्प विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल का कार्यकर्ता लेता है वो चुनाव के आधार पर नहीं लेता।’ हालांकि, पहाड़गंज के समारोह में उसी मुद्दे की गूंज थी, जिसे भाजपा चुनावी मुद्दा बना रही है- बांग्लादेशी घुसपैठिया।
मुख्य वक्ता के तौर पर समारोह में शामिल हुए विहिप के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री सुरेंद्र जैन ने दिल्ली के उपराज्यपाल का धन्यवाद करते हुए कहा था, ‘उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना जी की पहल से दिल्ली पहला राज्य बन गया है जिसने बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें भारत से निकालने का प्रयास प्रारंभ किया है। किन्तु हमें संदेह है कि उपराज्यपाल महोदय के इस सराहनीय पहल और निर्देश का उनके प्रशासनिक अधिकारी गंभीरता से पालन करेंगे… बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बाहर खदेड़ने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल और प्रशासन को सहयोग देने के लिए तैयार हैं।’