बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: क्राइम ब्रांच में 4590 पेज की चार्जशीट दाखिल कर कहा हत्याकांड बिश्नोई गैंग ने केवल मुंबई में दबदबा कायम करने के लिए किया, सलमान खान से मृतक की करीबी भी थी घटना का कारण
तारिक आज़मी
डेस्क: महाराष्ट्र के एनसीपी (अजीत पवार गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी के हत्या की जांच मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूरी कर ली है। पुलिस ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई समेत 26 लोगों के खिलाफ 6 जनवरी को चार्जशीट दायर की। पुलिस ने अपनी जांच में बताया है कि बिश्नोई गिरोह ने मुंबई में अपना दबदबा कायम करने के लिए हत्या की साजिश रची थी।
बताते चले कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को बांद्रा ईस्ट में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने दो लोगों को मौके से गिरफ्तार किया था। जबकि मुख्य शूटर घटनास्थल से फरार हो गया था। जिसे बाद में क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल 26 गिरफ्तारियां की हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक एक अधिकारी ने जानकारी दी कि पुलिस ने एक स्पेशल कोर्ट में महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम के तहत 4,590 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में तीन लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनके नाम शुभम लोनकर, यासीन सिद्दीकी और अनमोल बिश्नोई हैं। जानकारी के अनुसार अमेरिका के इमिग्रेशन अधिकारियों ने फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल करने के आरोप में अनमोल बिश्नोई को हिरासत में लिया है, वो फिलहाल उनकी कस्टडी में है।
पुलिस चार्जशीट में कहा गया है कि आरोपियों ने बाबा सिद्दीकी को इसलिए निशाना बनाया क्योंकि वो एक्टर सलमान खान के करीबी थे। बता दें सलमान खान पर बिश्नोई समुदाय द्वारा पवित्र माने जाने वाले काले हिरण का शिकार करने के आरोप लगते आए हैं। जिसके बाद से वो बिश्नोई गैंग के रडार पर हैं। इसके अलावा चार्जशीट में ये भी बताया गया है कि आरोपियों ने सिद्दीकी को इसलिए टारगेट किया क्योंकि उन्हें लगा कि वो दाऊद इब्राहिम गिरोह के करीबी हैं।
क्राइम ब्रांच को इस दावे से जुड़े कोई भी सबूत नहीं मिले जिसमें कहा गया था कि सिद्दीकी की हत्या शहर में परियोजनाओं को लेकर हुए विवाद के कारण की गई थी। रिपोर्ट के अनुसार एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘जांच में सामने आया है कि ये साजिश अनमोल सिंह बिश्नोई ने रची थी। आरोपियों ने अपने आपराधिक कार्यों का वर्चस्व स्थापित करने के लिए हिंसा और आतंक का इस्तेमाल किया था, और ये साजिश रची थी।’