तलाकशुदा दिव्यॉग महिला से चलती ट्रेंन में जीआरपी सिपाही ने किया दुष्कर्म,
महिला के रोज़े से रहने पर भी न दया आई ज़ालिम को
पीडिता के साथ कोच में एक युवक की उपस्थिति में दुर्व्यवहार करता सिपाही |
गुस्सायें यात्रियों नें सिपाही पर किया हमला, सिपाही कमल नें जीआरपी चौकी में घुसकर बचाई जान, वरना पब्लिक उड़ा देती दुष्कर्मी की धज्जियां
शबाब ख़ान
बिजनौर(यूपी): सूबे की चरमरायी कानून व्यवस्था रास्ते पर आने का नाम नही ले रही है। कभी बुलंन्दशहर, कभी रामपुर, कभी गोड़ा हर तरफ अपराध के लेकर लोग त्राही-त्राही कर रहे है, प्रदेश की कानून-व्यवस्था की लगातार धज्जियां उड़ाने में बदमाश, अपराधियों के साथ अब कानून के रक्षक भी लग गये है। ऐसा ही एक मामला बिजनौर में सामने आया है जिसमें एक तलाकशुदा दिव्यॉग महिला जिसकी ट्रेन में यात्रा के दौरान तबीयत बिगड़नें पर जीआरपी के एक सिपाही ने उसे ट्रेन के दिव्यॉग कोच में ले जाकर चलती गाड़ी में उसके साथ दुष्कर्म किया।
पीड़ित महिला |
बिजनौर में चंडीगढ़-लखनऊ एक्सप्रेस में मंगलवार को तबियत खराब होने पर जीआरपी के एक सिपाही ने तलाकशुदा महिला को दिव्यांग कोच में ले जाकर चलती ट्रेन में उसके साथ दुष्कर्म किया। बिजनौर रेलवे स्टेशन पर सिपाही को लोगों ने घेर लिया। सिपाही ने जीआरपी पुलिस चौकी में घुसकर जान बचाई। महिला की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और आरोपी सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है।
मेरठ जिले के लिसाड़ी थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस से लखनऊ से बिजनौर आ रही थी। मुरादाबाद से जीआरपी के दो सिपाही कमल शुक्ला व ओम बहादुर ट्रेन में सवार हुए। दोनों को जगाधरी तक जाना था। ट्रेन में महिला की अचानक तबियत खराब हो गई। हालांकि महिला बेटिकट ट्रेन में सफर कर रही थी।
यात्रियों ने महिला को महिला कोच में ले जाने को कहा। सिपाही कमल शुक्ला महिला को महिला कोच में ले गया। महिला कोच में भीड़ बहुत थी। सिपाही महिला को दिव्यांग कोच में ले गया। कोच में एक युवक सवार था। सिपाही कमल ने युवक को चांदपुर रेलवे स्टेशन पर कोच से बाहर भगा दिया। कोच का दरवाजा बंद कर लिया। एक युवक ने कोच में चढ़ने की कोशिश की तो उसे भी नहीं चढ़ने दिया। कोच से निकाले युवक को सिपाही पर शक हुआ। युवक ट्रेन में घूमता रहा। हल्दौर रेलवे स्टेशन पर युवक ने दिव्यांग कोच का दरवाजा खटखटाया तो सिपाही ने दरवाजा नहीं खोला।
बिजनौर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचते ही युवक ने हंगामा करना शुरू कर दिया और भीड़ इकट्ठा कर ली। दिव्यांग कोच का गेट खुलवाया तो सिपाही अर्द्धनग्न अवस्था में मिला। महिला बेहोश थी। भीड़ ने सिपाही को दबोच लिया। भीड़ सिपाही पर हमला करने को उतारू हो गई। सिपाही भाग कर जीआरपी चौकी में घुस गया। पुलिस रेलवे स्टेशन आ गई। पुलिस ने भीड़ को लाठी फटकार वहां से खदेड़ा। सिपाही कमल शुक्ला को रेलवे पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सीओ सिटी असित श्रीवास्तव, शहर कोतवाल प्रेमवीर राणा मौके पर मौजूद रहे। पीड़ित महिला को जिला महिला अस्पताल में दाखिल कराया गया। अस्पताल में भारी भीड़ जमा हो गई और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के लिए भीड़ ने हंगामा करना शुरू कर दिया। काफी देर तक हंगामा होता रहा। भीड़ आरोपी सिपाही के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही थी।
डीएम और एसपी अस्पताल पहुंचे
डीएम जगतराज व एसपी अतुल शर्मा ने जिला अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी ली। डीएम ने कहा कि पीड़िता के बयान के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने पीड़िता के परिजनों को घटना की जानकारी दी। एसपी रेलवे मुरादाबाद केशव कुमार चौधरी, सीओ मुरादाबाद अय्यूब हसन व सीओ सहारनपुर हरिकृष्ण कसाना बिजनौर पहुंचे व घटना की जानकारी ली। उन्होंने रेलवे पुलिस को इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। पुलिस ने महिला को रेलवे पुलिस के हवाले कर दिया। रेलवे पुलिस ने महिला का मेडिकल कराया। महिला ने आरोपी सिपाही के खिलाफ जीआरपी पुलिस चौकी बिजनौर में तहरीर दी है।
गोली मारने की धमकी देकर किया रेप
जीआरपी कोतवाली प्रभारी को दी तहरीर में पीड़िता ने कहा है कि वह ट्रेन से लखनऊ से मेरठ जा रही थी। चांदपुर रेलवे स्टेशन से एक सिपाही उस डिब्बे में चढ़ा जिसमें वह सवार थी। डिब्बे में एक सिपाही पहले से बैठा था। उसे आरोपी सिपाही ने डिब्बे से गाली गलौज करके उतार दिया। पीड़िता उतरने लगी तो उसे जबरदस्ती अंदर खींच लिया। पीड़िता का मुंह भींच कर बोला कि शोर मचाया तो गोली मार दूंगा। पीड़िता डर गई । सिपाही ने उसके साथ बलात्कार किया। वह बेहोश हो गई। होश आया तो भीड़ मौजूद थी। बहुत शोर शराब हो रहा था। भीड़ ने आरोपी सिपाही को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
रिपोर्ट दर्ज करा दी है : एसपी
एसपी रेलवे मुरादाबाद केशव कुमार चौधरी के मुताबिक महिला के साथ हुए दुष्कर्म की बिजनौर में जीआरपी की रिपोर्टिंग पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। पीड़िता के साथ आरोपी सिपाही कमल शुक्ला का भी मेडिकल कराया गया है। सिपाही पुलिस कस्टडी में है। उसके खिलाफ इस मामले में कार्रवाई होगी। सिपाही ने ड्यूटी के दौरान गलत काम किया है। कहा कि महिला के नाना व भाई आ गए हैं। उन्हें महिला के पास जिला अस्पताल भेज दिया गया है।
तीन बार हुई चेन पुलिंग
ट्रेन को बिजनौर रेलवे स्टेशन पर सुबह नौ बजकर 17 मिनट पर आ गई थी। ट्रेन को नौ बजकर तीस मिनट पर जाना था, पर ट्रेन हंगामे के चलते नौ बजकर 50 मिनट पर बिजनौर रेलवे स्टेशन से रवाना हुई। इस दौरान तीन बार चेन पुलिंग हुई। महिला की आंख व पैर के पास चोट का निशान था।
हल्दौर से बिजनौर के बीच किया दुष्कर्म
ट्रेन को हल्दौर से बिजनौर आने में 20 से 25 मिनट का वक्त लगता है। आरोपी सिपाही ने इस अवधि मेें ही घटना को अंजाम दिया। सिपाही ने पहले से ही घटना को अंजाम देने का प्लान बना लिया था। तभी तो उसने चांदपुर व हल्दौर रेलवे स्टेशन से किसी को भी दिव्यांग कोच में नहीं चढ़ने दिया। जो भी
कोच में आया उसे ही भगा दिया।
नहीं किया महिला से दुष्कर्म : कमल शुक्ला
आरोपी सिपाही कमल शुक्ला के मुताबिक उसने महिला के साथ दुष्कर्म नहीं किया है। वह तो मददगार बनकर महिला को दिव्यांग कोच में ले गया था। महिला स्लीपर कोच में थी। उसकी तबियत बिगड़ी तो लोगों के कहने पर वह उसे महिला कोच में ले गया। वहां जगह नहीं मिली तो दिव्यांग कोच में ले गया था। दिव्यांग कोच में सवार युवक को उसने यह कहकर भगाया था कि जब वह दिव्यांग नहीं है तो क्यों इस कोच में सवार है। नहीं जाने पर जुर्माना करने को कहा था। एक और युवक आया उसे भी कोच में नहीं बैठाया। युवक ने ही बिजनौर रेलवे स्टेशन पर पब्लिक को उसके खिलाफ भड़काया था। पब्लिक से जान बचाकर ही वह चौकी में छिपा था। कमल शुक्ला ने बताया कि महिला के पास टिकट नहीं था और उसकी तबियत खराब होने से उसे महिला कोच में ले जा रहा था।