तीन पुलिस कर्मी सहित चार पर हत्या का मुक़दमा दर्ज,एक पुलिस कर्मी हिरासत में
इसके साथ ही पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर लड़की के भाई ने उच्च न्यायालय की शरण ली थी। जिसके कारण न्यायलय के आदेश पर पुलिस अभियुक्त की बरामदगी करने के लिये अहमदाबाद गयी थी। हलियापुर थाना के दरोगा भरत सिंह, सिपाही रामकुमार, शकुंतला भार्गव व लड़की का भाई सत्य प्रकाश यादव अहमदाबाद गये तो वहा फूलचंद के न मिलने पर उनके भाई महेश को पकड़ कर वापस लौटने लगे तो संदिग्ध परिस्थितियों में कोटा में रेलवे स्टेशन के निकट महेश की लाश 24 अक्टूबर 2016 को मिली। यही नही मृतक महेश के शरीर पर काफी चोटे के निशान पाया गया था।जिसके चलते हलियापुर थाने की पुलिस मौके से रफू चक्कर हो गयी थी। मामले की जानकारी जब मृतक महेश के परिवार वाले को हुई तब जाकर 27 तारीख को लाश लेकर थाना हलियापुर पहुच कर आक्रोश जताते हुये रोड जाम करने लगे व पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़ गये। फिलहाल जब हलियापुर थाने मे मुकदमा जब नही दर्ज हुवा तो महेश की लाश से दुर्गन्ध आ रही थी।जिसके कारण परिजनों ने स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। मामला अब अहमदाबाद के आनंद नगर थाने में मृतक के परिजनों ने उक्त पुलिस वालो सहित 4 लोगो के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है।उसके बाद अहमदाबाद की पुलिस हलियापुर थाने आकर सत्य प्रकाश यादव को आरोपी मानते हुये सत्य प्रकाश को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेशकर किया और ट्रांजिट रिमांड के आदेश से उसे लेकर वापस चली गयी। जिसके कारण स्थानीय पुलिस की कार्यशैली को लेकर तरह-तरह की चर्चाओ का माहौल बना हुआ है।