विषाक्त भोजन हादसा – सरकारी लापरवाही आई नज़र
दीवानगंज, प्रतापगढ़ : गोपालपुर गांव में विषाक्त भोजन से जो हादसा हुआ। उसमें सरकारी लापरवाही भी नजर आती है। गांव में इतने बड़े पैमाने पर लोगों के बीमार होने की सूचना एएनएम से लेकर किसी कर्मचारी ने स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी। यही वजह रही कि एक मौत के बाद ही स्वास्थ्य विभाग को होश आया।
बच्चे की मौत की खबर मिलते ही मंगलवार सुबह साढ़े दस बजे सीएचसी बाबा बेलखरनाथ धाम से डॉ. दीपक कुमार, डॉ. साधना ¨सह, डॉ. अखिलेश समेत एक बड़ी मेडिकल टीम गांव पहुंच गई। उन्होंने सभी घरों में जाकर बच्चों का इलाज शुरू कर दिया। बीमार बच्चों में आसिफ , नजमुल निशा, मोहम्मद लतीफ , मोहम्मद माज और अनादिया सहित 14 लोगों को गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां पर उनका इलाज चल रहा है। सीएचसी प्रभारी डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि गांव में अभी भी मेडिकल टीम कैंप कर रही है। स्थिति अब नियंत्रण में है।
इनका चल रहा है इलाज :
जुहा फातिमा (14) वर्ष पुत्री उबेद उल रहमान, सना (4) वर्ष पुत्री नूरजहां, अनादिया (7) वर्ष पुत्री अमीनुद्दीन, जीशान (4) वर्ष पुत्र मोहम्मद वसीम, मोहम्मद माज (2) वर्ष पुत्र शादिक, साहिल (12) वर्ष पुत्र रहीस अहमद, मरियम (12) वर्ष पुत्री रहबर, साहिल अहमद (4)वर्ष पुत्र रईस अहमद, फिरोज खान (11) वर्ष पुत्र शाहकी रैली, सुंबुल (10) वर्ष पुत्री समीर, नजमुल निशा (35) वर्ष, महजबील बानो (14) वर्ष, मोहम्मद लतीफ (13) वर्ष पुत्र मोहम्मद रईस, आसिफ (16) वर्ष पुत्र मोहम्मद इसरार, गुलिस्ता परवीन (15) वर्ष पुत्र इसरार अहमद, अमरीन बानो (14) वर्ष पुत्री नसीम, महक (6) वर्ष पुत्री रोशन मोहम्मद, जमील (4) वर्ष पुत्र ताहिर, अनादिया (7) वर्ष पुत्री अमीनउद्दीन।
दस लोग निजी अस्पतालों में
पट्टी : स्वास्थ्य विभाग की टीम जिन बच्चों व महिला का इलाज करवा रही है। गांव में उससे ज्यादा लोग बीमार हुए हैं। जिनकी स्पष्ट संख्या का पता नहीं चल पाया। ग्रामीणों की मानें तो करीब दस लोग ऐसे हैं जो निजी अस्पतालों से इलाज करवा रहे हैं।
क्यों नहीं लिए गए सैंपल
पट्टी : एक साथ दर्जनों लोगों को बीमार कर देने वाले जिस खाने से एक बच्चे की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उस खाने की सैंप¨लग तक नहीं कराई। ताकि सही वजह पता चल सके। चिकित्सकीय दल केवल अनुमान से ही खाने के बासी होने का दावा कर रहा है। ¨चताजनक पहलू यह भी रहा कि प्रशासनिक अधिकारी भी गांव नहीं पहुंचे।
बच्चों ने शादी समारोह में बासी खाना खाया था, जिसकी वजह से उन्हें उल्टी-दस्त होने लगे थे। एक बच्चे की मौत हुई है। बाकी का इलाज चल रहा है। गांव में टीम कैंप कर रही है।