जानिए ‘निर्भया को इंसाफ’ मिलने पर किसने क्या कहा
मनोज गोयल (मंडल प्रभारी)
निर्भया को सुप्रीम कोर्ट से इंसाफ मिल चुका है। सुप्रीम कोर्ट ने निर्भया के चारों गुनहगारों की फांसी की सजा को बरकरार रखते हुए निर्भया गैंगरेप को ‘सुनामी ऑफ शॉक’ करार दिया है। सुप्रीम कोर्ट से पहले निचली अदालत और हाई कोर्ट ने दोषियों को फांसी को फांसी की सज़ा दी थी। आइये जानते हैं कि इस फैसले पर किसने क्या कहा:
निर्भया की मां-
‘’मैं कोर्ट और सभी साथ देने वालों को धन्यवाद देती हूं. मैं सिर्फ यह कह सकतीं हूं कि भगवान के घर देर है लेकिन अंधेर नहीं. इस तरह के अपराध अब ना हों. इस तरह के अपराधों के खिलाफ हम लड़ते रहेंगे.’’ ‘’आज सिर्फ मेरी बेटी को ही नहीं बल्कि देश की सभी बेटियों को न्याय मिला है.’’
निर्भया के पिता-
‘’निर्भया को न्याय पूरे समाज को न्याय है, हमें सुप्रीम कोर्ट से उम्मीद थी. आज के फैसले के बाद हम खुश हैं, जनता और मीडिया का धन्यवाद करते हैं. अब कोई गिला नहीं है.’’
यूपी के सीएम योगी-
“निर्भया कांड के चारों दोषियों की फांसी की सज़ा बरक़रार रखने के माननीय उच्चतम न्यायालय के फैसले का हम स्वागत करते हैं.”
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद-
देश के कानून के राज के लिए बहुत बड़ा दिन है. जो फैसला किया गया है मैं उससे बहुत सुकून महसूस कर रहा हूं.”
आप नेता कुमार विश्वास-
‘’बहन निर्भया हम शर्मिंदा हैं कि हम सबके रहते ऐसा हुआ. ईश्वर तुम्हारी आत्मा को संतोष दे कि निर्मम गुनाहगारों को आख़िर उचित सज़ा मिली”
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला-
‘’एक लंबे अरसे के बाद निर्भया केस में भारत की न्यायपालिका ने न्याय को अंजाम दिया है. हमें विश्वास है कि न्यायपालिका के इस स्पष्ट और सटीक संदेश के साथ वो सभी बलात्कारी जो हमारी बहन बेटियों की इज्जत के साथ खेलने की कोशिश करते हैं, उनपर रोक भी लगेगी और उनको एक सीख भी मिलेगी.’’
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी-
‘’मुझे लगता है कि इस मामले में फैसला और जल्दी आना चाहिए था. लेकिन जो भी फैसला आया है, वह स्वागत योग्य है.’’
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल–
‘’ये जो जीत है सिर्फ निर्भया और उसके परिवार की जीत नहीं है. ये पूरे देश की और सभी निर्भयाओं की जीत है. दिल्ली महिला आयोग इस फैसला का पूरी तरह से स्वागत करता है. इस फैसले से सभी निर्भयाओं को शक्ति मिली है.’’
समाजसेवी रंजना कुमारी–
‘’आज लग रहा है कि निर्भया के लिए हमारा संघर्ष सफल रहा, ये एक ऐतिहासिक फैसला है. मैं फैसले से बहुत खुश हूं.’’
दिल्ली पुलिस के सीपी दीपेंद्र पाठक-
मैं मानता हूं कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से इसका अच्छा संदेश समाज में जाएगा. इस फैसले के बाद कोई भी इस तरह का अपराध करने की बात दोबार नहीं सोचेगा.”