मन की बात: VIP कल्चर के खात्मे के अलावा, ‘स्किल डेवलपमेंट’ और गौरैया बचाने का दिया पीएम ने संदेश
मनोज गोयल (मंडल प्रभारी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश से ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 31वां एपिसोड के अंतर्गत पुनः देशवासियों को संबोधित किया। आइये जानते हैं कि अपने रेडियो कार्यक्रम के अंतर्गत पी एम द्वारा की गई प्रमुख बातें:
VIP कल्चर की जगह हो EPI:
पीएम मोदी कहा कि ,देश में वीआईपी कल्चर की जगह अब ईपीआई यानी Every Person Is Important की कल्चर होना चाहिए जिसकी वजह से देश के लोगों में नफरत का माहौल है और ये देश की सामूहिक भावना के खिलाफ है, इसलिए इसे खत्म करने की जरूरत है। अभी हाल ही में वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए हाल ही में मोदी सरकार ने लाल बत्ती के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. एक मई से कोई भी नेता लाल बत्ती या नीली बत्ती का इस्तेमाल नहीं करेगा. केंद्र सरकार के इस फैसले के अगले ही दिन कुछ नेताओं ने अपनी गाड़ियों से लाल बत्ती हटा दी।
युवाओं को दिया ‘स्किल डेवलपमेंट’ का संदेश:
पीएम ने मन की बात कार्यक्रम में युवाओं से गर्मी की छुट्टी में नये नये काम करने ,नयी जगहों पर जाने, नये काम करने और नये अनुभव ग्रहण करने की बात की। उन्होंने कहा कि,आज के युवाओं को कंफर्ट जोन में रहने की आदत हो गई है जो चिंताजनक है। पीएम ने कहा कि युवाओं को स्किल बढ़ाने के लिए नये काम करने चाहिए और नयी चुनौतियां स्वीकार करनी चाहिए।
देशवासियों के सुझावों को सराहा:
पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम में देश के नागरिकों से मिलने वाले सुझाव अहम हैं और हमारी टीम इन सारे सुझावों का विश्लेषण करती है। उन्होंने कहा कि उन्हें ये जानकर काफी खुशी हुई कि देश के कई युवा भोजन की बर्बादी रोकने के लिए कई कदम उठा रहे हैं।
बढ़ती गर्मी को लेकर जताई चिंता:
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में गर्मी को लेकर भी चिंता जाहिर की और कहा कि इस बार मार्च-अप्रैल में गर्मी मई और जून की तरह पड़ी है, जिससे लोगों जन-जीवन प्रभावित हो रहा है।
गौरैया और अन्य पक्षीयों को बचाने का किया आह्वाहन:
पीएम नरेंद्र मोदी ने दौरान गौरेया को बचाने के लिए भी कड़े कदम उठाने के लिए कहा जो इस नन्ही चिड़िया के मिटते असतीत्व को बचाने के लिए अति महत्वपूर्ण है।नरेंद्र मोदी ने आह्वाहन करते हुए कहा कि, लोग अपनी छतों पर पानी भरकर और दाना डालेंगे तो गर्मियों में पक्षी सुरक्षित रहेंगे।