लू के थपेड़ों व प्रचंड धूप ने किया हाल बेहाल
सुहेल अख्तर
घोसी(मऊ) : इन दिनों गर्मी के मारे लोगों का हाल बेहाल हो गया है। गर्मी से आदमी ही नहीं पशु-पक्षी और छोटे-छोटे जीव जंतु तक परेशान दिखाई दे रहे हैं। सूर्य ने अपनी किरणों का प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है।सुबह करीब 7 बजे के बाद ही सूर्य अपनी प्रचंड किरणों का तांडव दिखाना शुरू कर देते हैं। उसके बाद चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़ों से लोगों का जीना मुहाल हो गया है।
उससे दोपहर के समय लोगों ने अपने घरों व कार्यालयों से निकलना तक बंद कर दिया है और स्कूल-कॉलेजों में जाने वाले युवक- युवतियों की दोपहर के समय छुट्टी होने के कारण व अन्य वाहन चालक भी गर्मी से बचने के लिए अपने मुंह पर कपड़ा बांधकर, छाता आदि लेकर धूप से बचते हुए आते-जाते दिखाई दे रहे हैं। बाजारों में भी खरीदारी करने के लिए आने वाले लोग गर्मी से बचने के लिए अपने शरीर को ढककर चलना ही उचित समझ रहे हैं। जिले में किसान वर्ग भी फसलों की कटाई व कढ़ाई में पूरी तरह से व्यस्त है। लोग अपने घरों से छोटे बच्चों को भी नहीं निकलने दे रहे हैं।
डायरिया के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी
गर्मी से सामान्य अस्पताल की ओपीडी में रोगियों की संख्या में भी बढ़ोतरी होती जा रही है। उल्टी, दस्त व डायरिया के मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। सामान्य अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि गर्मी का मौसम शुरू होने के बाद बैक्टीरिया सक्रिया हो जाते हैं। उससे बीमारियां बढ़ने लग जाती हैं। इन दिनों लोग शीतल पेय पदार्थो का भी जमकर इस्तेमाल करते हैं। गर्मी के मौसम में गर्म हवाओं के साथ उड़ने वाले रेत ने लोगों को और अधिक परेशान किया हुआ है। इस रेत से व्यक्ति के शरीर व आखों में जलन तक होने लगी है।
बाजार में केसरिया गमछे की बढ़ी मांग
गर्मी व लू को देखते हुए बाजार में गमछा आदि की बिक्री भी काफी बढ़ गई है। धूप व लू को देख लोग बिना गमछा के घरों से नहीं निकल रहे हैं। ऐसे में गर्मी व लू से परेशान लोगों को कहीं से भी राहत नहीं मिल रही है। गमछा के दुकानों पर लोगों की अच्छी-खासी भीड़ हो रही है। उत्तर प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद बाजार में केसरिया रंग के गमछों की डिमांड काफी बढ़ गई है। इसको लेकर बाजार में अक्सर केशरिया रंग गमछे गायब भी हो जा रहे हैं। इसके अलावा दुकानों पर सौ से लेकर तीन सौ रुपये तक के गमछे बिक रहे हैं।