कही देखा है ऐसा कार्यालय जहा न कोई प्रभारी न कोई अधिकारी,
जनता कै पैसो का ऐसा दुर्पयोग कभी कही देखा है आपने?
महाराजगंज/सच्चिदानन्द आजाद
जनपद के विकास खण्ड मिठौरा अन्तर्गत बना यह कार्यालय का आज तक किसी को कोई मतलब नहीं दिखा, नही पता चल सका कि कैसा कार्यालय है। बताने वाले बताते हैं कि यह एक आयुर्वेदिक सरकारी अस्पताल है।परन्तु जनता के पैसो से बने इस अस्पताल मे जनता की सेवा व मरिजो का इलाज आज तक कभी नहीं हुआ बल्कि देखने से यह प्रतीत होता है कि खुद आयुर्वेदिक अस्पताल को ही इलाज की आवश्यकता है ।
मिठौरा क्षेत्र के समाजसेवी संदीप कुमार गुप्ता बताते हैं कि इसमें डाक्टर तो नियुक्त है किन्तु कभी भी झाकने नहीं आते । ऐसे में जहाँ लखनऊ से लेकर जिले के अन्तिम छोर तक को व्यवस्थाओ की चकाचौंध मची हुई है वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग यहाँ पर कामचोर साबित हो रहा है।