गेहूॅ खरीद में शिथिलता क्षम्य नहीं : सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा
उन्होंने रबी विपणन वर्ष 2017-18 में मूल्य समर्थन योजना अन्तर्गत जनपद में की जा रही गेहूॅ खरीद के सम्बन्ध में निर्देश दिया कि मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार क्रय केन्द्रों का संचालन धरातल पर किया जाय। उन्होंने कहा कि गेहूॅ खरीद में पारदर्शिता लाये जाने तथा व्यापक स्तर पर अनुश्रवण के लिए सांसदों एवं विधायकों से भी कहा गया है कि वे भी क्षेत्र के भ्रमण के दौरान गेहूॅ क्रय केन्द्रों की ज़मीनी हकीकत से रू-ब-रू होते रहें। उन्होंने इस बात के सख्त निर्देश दिये कि सभी क्रय केन्द्रों पर पैसे व बोरों इत्यादि की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए, बाॅट-माप के यंत्र पूरी तरह से प्रमाणित होने चाहिए साथ ही किसानो और उनके मवेशियों के लिए क्रय केन्द्रों पर मानक के अनुसार छाव, पेयजल इत्यादि का माकूल बन्दोबस्त भी रखा जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सभी क्रय केन्द्र निर्धारित अवधि में अनिवार्य रूप से खोले जायें और किसानों से उनके उपज की खरीद की जाय। किसी भी दशा में बिचैलियों के माध्यम से गेहूॅ की खरीद न की जाय। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा है पूरी पारदर्शिता के साथ पूरे प्रदेश में गेहूॅ की खरीद की जाय और किसी भीे सेन्टर पर किसानों का किसी प्रकार का शोषण नहीं होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि गेहॅू खरीद में किसी प्रकार के घालमेल को कदापि बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। गेहूॅ खरीद कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता अथवा भ्रष्टाचार जैसी शिकायतों को अत्यन्त गम्भीरता से लेते हुए दोषी के विरूद्ध अनिवार्य रूप से कठोर दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। सहकारिता मंत्री ने यह भी बताया कि शनिवार को उनके द्वारा पीसीएफ व मार्केटिंग द्वारा संचालित जनपद के 12 गेहूॅ क्रय केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। जिसमें 01 केन्द्र पहलवारा बन्द पाया गया। इस सम्बन्ध में सचिव के विरूद्ध कार्यवाही किये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि गेहूॅ क्रय केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान खरीद के लिए बोरों और धन का जायज़ा लेने पर ज्ञात हुआ कि क्रय केन्द्रों पर 01 से लेकर 08 हज़ार की संख्या में बोरे तथा रू. 02 लाख से लेकर रू. 08 लाख तक की धनराशि उपलब्ध है। बैठक के दौरान मंत्री भण्डारागार के अधिकारियों से भण्डार गृह की क्षमता व रख-रखाव तथा पैक्सफेड के अधिकारियों से कार्यदायी संस्था द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यो की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा निर्देश दिये। वर्मा ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि कड़ी मेहनत और ईमानदारी के साथ सहकारिता के विकास में सहयोग प्रदान करें।