प्रधानमंत्री ने की मन की बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर देशवासियों से मन की बात साझा की। ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 30वीं कड़ी  में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई अहम मुद्दों को उठाया और देशवासियों से कई छोटी बड़ी पर खास महत्व रखने वाली बातों के लिए अपील की।

मन की बात: मुख्य बातें
कार्यक्रम की शुरुआत में बच्चों के एग्जाम और उससे जुड़ी  बातें की। बांग्लादेश के स्वतंत्रता दिवस पर बात करते हुए कहा की,आज 26 मार्च है और आज का दिन बांग्लादेश ने स्वतंत्रता पाई थी।रविंद्र नाथ टैगोर जी का स्मरण किया और बांग्लादेश के आगे बढ़ने और विकास करने हेतु शुभकामनाएं दी। देश के युवाओं से अनुरोध किया कि ,समय मिलने पर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की समाधि पर जरूर जाएं। शहीद भगत सिंह हम सब की प्रेरणा हैं।
कामकाजी महिलाओं के लिए भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब गर्भवती महिलाओं को 26 हफ्तों का अवकाश निर्धारित किया गया है। विश्व में सिर्फ तीन देशों में इससे ज्यादा छुट्टी का प्रावधान है। 21 जून को योग दिवस मनाने के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दें।खुद को स्वस्थ रखने और तनाव-दबाव से मुक्त रखने के लिए योग भी अच्छा उपाय है।
7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस है। दुनिया में 35 करोड़ लोग डिप्रेशन के शिकार हैं। डिप्रेशन के सप्रेशन की बजाए एक्सप्रेशन की जरूरत है। अपनों के बीच में खुलकर खुद को जाहिर नहीं कर पाते हैं तो अगल-बगल के लोगों के प्रति सेवा भाव से जुड़िए, देखिएगा आपका दुख कम हो जाएगा। खाना फेंकना गंदी आदत है। हम जरूरत से ज्यादा चीजें प्लेट में ले लेते हैं और फिर जूठन छोड़ देते हैं। अगर हम जूठन न छोड़ें तो कितने गरीबों का पेट भरा जा सकता है। खाना फैंकना समाज द्रोह के सामान है। ब्लैकमनी के खिलाफ लड़ाई आगे बढ़ाने के लिए देशवासी वर्ष में 2500 करोड़ डिजिटल लेन-देन करने का संकल्प कर सकते हैं क्या? 
14 अप्रैल को डॉ. बाबासाहेब                        
बाबासाहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती है और उनकी जन्म-जयंती पर डिजी-मेला का समापन होने वाला है। नोटबंदी के बाद से डिजिटल पेमेंट के अलग-अलग तरीकों में काफी वृद्धि देखने को मिली है। वर्तमान वर्ष चंपारण सत्याग्रह का शताब्दी वर्ष है। भारत की आजादी के आंदोलन में, गांधी विचार शैली का प्रकट रूप पहली बार चंपारण में नजर आया। हर नागरिक ट्रैफिक नियमों का पालन करने का संकल्प करे। साथ ही एक दिन डीजल-पेट्रोल का इस्तेमाल भी नहीं करने का संकल्प लें। गांधी जी ने संघर्ष और सृजन दोनों सिखाया। ब्रिटिश सम्राज्य के खिलाफ संघर्ष तो भारत के पक्ष में सृजन के कई कार्यक्रम चलाए। उन्होंने कहा कि गांधी जी देश की नब्ज को जानते थे। सामाजिक जीवन की शुरुआत करने वाले चंपारण सत्याग्रह को जानें।
दो दिन के बाद चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, वर्ष प्रतिपदा, नव संवत्सर, इस नववर्ष के लिये आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
कार्यक्रम का हिन्‍दी में प्रसारण समाप्‍त होने के तुरंत बाद  क्षेत्रीय भाषाओं में भी इसका प्रसारण किया गया।गौरतलब है कि,’मन की बात’ एक ऐसा रेडियो कार्यक्रम है, जिसके जरिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  हर महीने के अंतिम रविवार को देश के नागरिकों को संबोधित करते हैं।इसका पहला प्रसारण 3 अक्तूबर 2014 को किया गया था।

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