सूरापुर,कादीपुर:- ‘बजरंगी भाईजान’ चूरन ने उजाड़ी माँ की खोख
प्रमोद कुमार दुबे
सुल्तानपुर- जौनपुर बॉर्डर से सटे सरपतहां थाना क्षेत्र के भैसौली गांव में ‘बजरंगी भाईजान’ नामक चूरन खाने से दो बच्चों की मौत हो गई जबकि दो महिला समेत पांच बच्चों की हालत गंभीर है जिनका इलाज लखनऊ ट्रामा सेंटर में चल रहा है।
बताते हैं कि उक्त गांव निवासी अनुसुइया पत्नी स्व. अरविन्द तिवारी की बिस्कुट, टाफी, नमकीन आदि की गांव में ही छोटी सी दुकान है। शुक्रवार की शाम लगभग चार बजे गांव के छोटे बच्चे समूह में पहुंचकर दुकान से “बजरंगी भाई जान” नामक चूरन खरीदकर खाये, घर पहुंचते ही बच्चों की हालत बिगड़ने लगी उन्हें मितली आने लगे और फिर सभी बच्चे उल्टी करना शुरू कर दिए। एक ही साथ गांव में कई बच्चों की तबीयत बिगड़ने से घर वाले परेशान हो गए, जब बच्चों ने चूरन खाने की बात बताई तो पीडित बच्चे अभी, शनि की मां लक्ष्मी ने चूरन से ऐसा नही हुआ होगा, अपना संदेह दूर करने के लिए उसने भी वही चूरन खा लिया। कुछ ही देर बाद जब उसकी भी हालत बिगड़ने लगी तो बच्चों के परिवार वाले तत्काल इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले गये जहां डाक्टरों ने स्थिति गम्भीर देखते हुए बेहतर उपचार के लिए सुलतानपुर रेफर कर दिया। और इलाज के दौरान संजय वर्मा के तीन वर्षीय पुत्र अनुभव तथा अाठ वर्ष की पुत्री रिया की मौत हो गयी और अन्य पीड़ित बच्चों में अंशू पुत्र संजय व दिशा व विक्षेश पुत्र हरीश, खुशी पुत्री चन्द्रहास, अभी व शनि पुत्र अरविन्द तथा लक्ष्मी का की हालात को देखते हुए लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। इस घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। परिजनों द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर प्रभारी निरीक्षक रीतेन्द्र प्रताप सिंह तत्काल वहां पहुंच गये और शीर्ष अधिकारियों को घटना के सन्दर्भ में अवगत कराते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दिए। और इस घटना से जुड़े सूरापुर चौराहे पर मुस्ताक की दुकान पर छापेमारी की मुस्ताक टॉफी बिस्किट, चूरन इत्यादि के होलसेलर है। छोटे मोटे दुकानदार इन्ही की दुकान से खरीदकर गाँवो में बेचने ले जाते है इसी के साथ पुलिस ने इस घटना से सम्बंधित सभी दुकानों पर ताला जड़ दिया और जाँच में जुट गई। इधर एक ही परिवार के दो नौनिहालों की मौत से पुरे गांव में मातम सा छा गया है। खाद्य सुरक्षा के प्रति सरकार की उदासीनता और प्रशासन की नाकामी से दो बच्चो को काल ने अपने मुंह में समेट लिया। परिवार वालो ने गांव के साथ मिलकर सूरापुर चौराहे पर बच्चों की लाश रखकर रोडजाम किया और न्याय की गुहार लगायी।