वाराणसी – आधुनिक तकनीकों से लैस दो स्लाटर हाउस का दिया सीएम ने तोहफा
करिश्मा अग्रवाल (विशेष संवाददाता)
नगर निगम ने इसकी डीपीआर यानी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर ली है। इतना ही नहीं बुधवार को पशु चिकित्साधिकारी डा. असलम अंसारी ने डीपीआर शासन को प्रेषित कर दी है। आधुनिक स्लाटर हाउस का कार्य तेज गति से होगा। 18 माह में कार्य पूरा हो जाएगा। डा. अंसारी ने बताया कि दोनों स्लाटर हाउस आधुनिक होंगे।
उसमें द्रव शोधन संयंत्र यानी ईटीपी लगाया जाएगा जो स्लाटर हाउस को पर्यावरण के अनुकूल बनाएगा। संयंत्र स्वदेशी होगा लेकिन उच्च गुणवत्ता का होगा। इतना ही नहीं स्लाटर हाउस में जानवरों के मलमूत्र से खाद बनाने की योजना है जिसे खेती-किसानी के लिए बाजार में बेचा जाएगा। वहीं जानवरों के खून का भी उपयोग होगा। उसके छोटे-छोटे थक्के बनाए जाएंगे जिसे पार्टी उद्योग के साथ ही मछली पालन कारोबारियों में खपाया जाएगा। बताया कि ये थक्के मुर्गी व मछलियों के आहार में काम करेंगे। इससे संबंधित उद्योग भी विकसित होगा क्योंकि ऐसे चारे से मुर्गी व मछलियों का आकार तेजी से बढ़ता है।
नगर निगम करेगा संचालन
डा. अंसारी ने बताया कि नगर निगम स्टालर हाउस का संचालन करेगा। इसमें पीपीपी माडल पर संचालन को लेकर फिलहाल विचार नहीं हो रहा है। भरोसा दिया कि स्लाटर हाउस आधुनिक होने के बाद कहीं से भी दुर्गध नहीं निकलेगी। जानवरों के अपशिष्टों का भी उपयोग होगा जिससे नदी-नाले या खुले में प्रदूषण नहीं होगा।