क्षय रोग दिवस पर निकाली गयी जागरूकता रैली, आयोजित की गयी गोष्ठी
अनंत कुशवाहा
अम्बेडकरनगर। विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से नगर में जागरूकता रैली निकाली गयी। मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 मोहिबुल्लाह ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में एसटीएस, एसटीएलएस व एलटी के कर्मचारियो ने मोटर साइकिल पर सवार होकर मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से रोडवेज से होकर पुरानी तहसील तिराहा, शहजादपुर, संघतिया नाका से वापस जिला क्षय रोग कार्यालय पहुंचकर रैली को समाप्त किया गया।
रैली के माध्यम से खांसी के साथ बलगम आना टीवी हो सकती है। डाट्स पक्के इलाज का पक्का वादा टीवी भगाओं देश बचाओं का कोटेशन लिखा हुआ दफ्ती को हाथ में पकड़कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। रैली के पश्चात जिला क्षय रोग कार्यालय के सभागार में जिला क्षय रोग अधिकारी डा0 जीआर चन्द्रा के नेतृत्व में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डा0 जीआर चन्द्रा ने बताया कि टीवी एक अत्यन्त संक्रामक रोग है जो कि बहुत पहले इसे राजरोग कहा जाता था जिनकों टीवी होती है वे खांसते और छीकते है। टीवी के रोगी के जूठे वर्तन में खाना खाने से भी यह रोग हो सकता है जिसका निःशुल्क जांच एवं उत्कृष्ट श्रेणी का इलाज उपलब्ध है। उन्होने बताया कि टीवी रोग शरीर के किसी भी अंग में हो सकती है वैसे ज्यादातर लोग फेफडे़ के टीवी को ही जानते है। टीवी के मरीज को चिकित्सक के अनुसार नियमित इलाज करवाना चाहिए। टीवी रोग होने से एड्स की संभावनाएं व एड्स से टीवी रोग की संभावनाएं हो सकती है। जनवरी 2017 से अब तक आठ हजार 746 लोगों में संदिग्ध टीवी पायी गयी है। इसमें 1240 रोगी धरात्मक पाये गये। 1689 रोगी प्रथम कटेगरी के, 154 रोगी द्वितीय कटेगरी के रोगी है। वर्तमान में कुल 1833 टीवी रोगियों का इलाज चल रहा है। वर्तमान में उपलब्ध इलाज से 100 मे से 90 रोगी ठीक हो रहे है। उन्होने बताया कि टीवी के रोगियों को नियमित इलाज करवाना आवश्यक है। नियमित इलाज न करवाने से ही यह बीमारी से ग्रसित रोगी ठीक नहीं हो पाते।