सिखाई गई शास्त्रीय संगीत की बारीकिया
करिश्मा अग्रवाल(विशेष संवाददाता)
राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, जोधपुर के तत्वाधान में चल रही निशुल्क शास्त्रीय संगीत एवं रूप सज्जा की कार्यशाला के अंतर्गत शास्त्रीय गायक डॉक्टर रामशंकर जी द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को शास्त्रीय संगीत की बारीकियां सिखाते हुए राग भैरवी ,राग देश एवं राग खमाज का विस्तारपूर्वक आलाप एवं ताने सिखाए गए ।
राग भैरवी में बंधी ठुमरी तीन ताल में निबंध मुरकाई मोरी मैया छायलवा ने ……! तत्पश्चात पद की होली सिखाई गई , कन्हैया घर चलो गुइयां आज खेले होरी ……! एवं रंग डारो राम लला पै री रंग डारो ……! आदि का अभ्यास कराया गया। वहीँ श्री हेम सिंह जी द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को रूप सज्जा की बारीकियां बताते हुए अभ्यास भी करवाया गया। गौरतलब है कि, इस कार्यशाला के शास्त्रीय संगीत के प्रशिक्षक डॉक्टर राम शंकर पंडित ,प्रख्यात शास्त्रीय गायक एवं बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं ।वही रूप सज्जा के प्रशिक्षक श्री हेम सिंह 40 वर्ष दूरदर्शन में कार्य कर चुके हैं।