कानपुर – जश्न ए शहीदे आज़म कॉन्फ्रेंस हुई सम्पन्न
आदिल अहमद के साथ मोहम्मद रिज़वान अंसारी की रिपोर्ट
कानपुर कर्नलगंज क्षेत्र में शफी होटल चौराहे के पास अल रज़ा एकेडमी द्वारा हर साल मोहर्रम की 6 तारीख को शहीदे आज़म कॉन्फ्रेंस मुनक़्क़ीद की जाती है इस अज़ीमुश्शान कॉन्फ्रेंस की शुरुवात लगभग 20 बरस पहले ज़ेरे निगराँ सदर जनाब जुनैद रज़ा खाँ वा कमेटी के तमाम मेम्बरान के द्वारा शुरुवात की गयीं हर साल की तरह इस साल भी शहीदे आज़म कॉन्फ्रेंस अज़ीमुश्शान पैमाने पर मुनक़्क़ीद किया गया जिसमें खिताब फरमाने के लिए ख़ुसूसन ख़ुसूस ज़ेरे सरपरस्ती पीरे तरीक़त शहज़ादए शेरे हिंदुस्तान अल्लामा मौलाना मुफ़्ती जनाब इदरीस रज़ा खाँ हशमती पीली भीत से तशरीफ़ लाए वा हज़रत मौलाना अल्हाज़ मुफ़्ती इस्माइल रज़ा ख़ाँ हशमती तशरीफ़ लाए आय हुवे मौलाना मुफ़्ती ने दौरान तक़रीर आवाम से मुख़ातिब होते हुवे इमामे आली मक़ाम की शहादत का ज़िक्र किया और कर्बला के मंज़र को बताया कि कर्बला की सरज़मी पर इमाम आली मक़ाम नेअपने 72 साथियो के साथ इस्लाम की आबयारी के लिए खुद को क़ुर्बान कर दिया जिससे आज भी इस्लाम की एक अज़ीम तारीख नज़र आती है यही इश्के अहले बैत है
इसके बाद तमाम उलेमा वा मौजूद आवाम ने अपने मुल्क के लिए अमनो चैन की दुआ मांगी, कॉन्फ्रेंस में दूर दराज से आय उलेमा मौलाना सज्जाद रज़ा मौलाना फ़ैज़ मोहम्मद मौलाना अब्दुल्लाह हशमती वा कमेटी के मेम्बर जुनैद रज़ा खाँ, ज़फ़र खाँ, रफ़ीक़ अहमद, मोहम्मद मुख्तार वा क्षेत्र के तमाम बुज़ुर्ग युवा नागरिकों ने प्रोग्राम को मन्ज़िले मक़सूद तक पहुचाया