परीक्षा दे रही छात्राओं में अचानक शुरू हुई खुजली,कई छात्राएं हुई बेहोश, जाँच में पाया गया केवांच
चिकित्सलाय में भर्ती छात्र व छात्राएं
बसखारी, अम्बेडकरनगर। बसखारी थाना क्षेत्र मे रामनगर शिक्षा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जूनियर हाईस्कूल दुर्गी पुर फैजुल्लापुर मे उस समय अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त हो गया जब परीक्षा देने आए कक्षा आठ के छात्रों में एकाएक खुजली होने से कुछ बच्चियां बेहोश होने लगी। सूचना पर पहुंचे एंबुलेंस के द्वारा खुजलाहट से प्रभावित 48 बच्चों को स्थानीय सीएचसी बसखारी ले जाकर इलाज् कराया गया।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को परीक्षा देने के लिए छात्र स्कूल आए हुए थे। इसी बीच कक्षा आठ की परीक्षा दे रहे दीवार की तरफ बैठी छात्राओं में एकाएक खुजली होने लगी जिसमें शशिकला, प्रीति, सरिता, प्रमिला अचेत होकर गिर गई। धीरे धीरे खजुलहट क्लास में बैठे हुए सभी बच्चों में होने लगी। कुछ ही देर में दूसरी कक्षा के छात्र भी इसकी चपेट में आने लगे।स्थित बिगड़ता हुआ देख विद्यालय के अध्यापकों के द्वारा सूचना स्वास्थ विभाग को दी गई। स्वास्थ्य विभाग की आलापुर टीम पहुंचकर इलाज करती इससे पहले बच्चों को एंबुलेंस के द्वारा बसखारी सीएचसी ला कर इलाज किया गया।खुजलाहट से प्रभावित कुल 48 बच्चों में कुलदीप पुत्र मिश्रीलाल, रोशनी, नाजिया पुत्री फेकु, सरिता पुत्री रामप्रकाश, शाशि कला पुत्री जयराम, शब्बो पुत्री राशिद सहित छः बच्चो की स्थिति गंभीर होते हुए देख उनका इलाज जारी है शेष 42 बच्चो को उनके घर पहुंचा दिया गया।मामले की जानकारी होने पर स्वास्थ विभाग की टीम, आलापुर व टांडा के तहसीलदार ,शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित उपनिरीक्षक बसखारी लल्लन यादव ने पहुंचकर विद्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बसखारी थाने के उप निरीक्षक लल्लन यादव ने बताया कि पॉलीथीन में केवाच के नाम से जाने वाली एक वस्तु मिली है संभवत इसी के जद में आने से बच्चे प्रभावित हुए हैं। वही अभिभावकों का आरोप है कि विद्यालय के अध्यापकों के द्वारा साफ सफाई का ध्यान न रखने के कारण यह घटना हुई है। वही इस प्रकरण पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने विद्यालय में रोज साफ सफाई करवाने की बात बताई। अब मामला जो भी रहा हो लेकिन इसमें विद्यालय प्रशासन की लापरवाही साफ उजागर होती है। विद्यालय परिसर में पॉलीथिन से भरा केवाच आया कहां से ? विद्यालय के किसी बच्चे की करतूत है या बाहरी किसी असामाजिक तत्व का कारनामा ? यह सवाल भी चर्चा का विषय बना हुआ है। फिलहाल अस्पताल से सभी छात्रों को घर भेज दिया गया है।