कर्बला वालो का किरदार बहुत ऊंचा है शैय के अंसार का किरदार बहुत ऊंचा है इंतेखाबे शहे अबरार बहुत ऊंचा है
देर रात बड़ागाँव में निकला अलम का जुलूस
घोसी (मऊ)। नगर के बड़ागांव नीमतले स्थित नासिर हुसैन के मकान से बृहस्पतिवार की रात्रि में अलम का जुलूस निकाला गया जिस में अंजुमन सज्जादिया ने नौहा खानी की जुलूस देर रात बड़ागांव बाधपर स्थित रौज़ए अब्बास अलमदार पे दफन हुआ।
ये अलम का जुलूस कर्बला में हुसैनी लश्कर के गाज़ी अब्बास अलमदार की याद में निकला जाता है। जब इमाम हुसैन के खैमे में पानी खत्म हो जाता है और बच्चे पानी पानी की सदा बुलंद करते है इस आवाज़ को सुनकर इमाम ने अब्बास अलमदार को बच्चो के लिए पानी की सबील करने को कहा। इमाम का हुक्म मिलते ही अलम में मशके सकीना बान्धा और दरिया की तरफ पानी के लिए निकल पड़े। जुलूस में नौहाख्वान ग़ज़नफर अब्बास और साजिद हुसैन ने नौहा पढ़ा मशके सकीना में पानी भरा लेकिन यज़ीदी फौज ने हमला कर दिया गाज़ी ने डिफाई जंग करते हुए एक अज़ीम जंग लड़ी और वही दरिया के किनारे शहीद हो गये।
कर्बला वालो का किरदार बहुत ऊंचा है
शैय के अंसार का किरदार बहुत ऊंचा है
इंतेखाबे शहे अबरार बहुत ऊंचा है
एवं इफ़्तेख़ार हुसैन , शमीम हैदर, तफहीम हैदर ने नौहा पढ़ा। इस अवसर पर ज़फर अब्बास, अली हैदर, गुलाम हैदर, अहमद औन, लुकमान हैदर, नफीस असगर,सफदर हुसैन, नसीम, मज़हर हुसैन, सिब्ते हसन,इब्ने हसन, तनवीर अब्बास, बाकर रज़ा, अज़हर हुसैन, मो हसन, असगर अली, मुंतज़िर अब्बास, बाबू असगर, परवेज़ खान, इशरत खान, मुस्लिम अब्बास,शौकत अली, नजमुल हसन, मुख्तार हुसैन सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।