बिहार का सुशासन – 8 महीने में हुवे 804 बलात्कार के केस दर्ज
बिहार में इस साल जनवरी से लेकर अगस्त तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में कुल 804 रेप के मामले दर्ज किए गए हैं। इस हिसाब से औसतन हर रोज कम से कम तीन महिलाओं या लड़कियों के साथ बलात्कार होता है। ये आंकड़ें इससे कहीं ज्यादा हो सकते हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर जो मामले दर्ज हुए हैं उनके आंकड़ें यहीं कहते हैं। बिहार पुलिस के मुख्यालय से मिले डाटा के मुताबिक, कटिहार जिले में सबसे ज्यादा 71 रेप के मामले सामने आए हैं। पटना में 61 और अररिया में 46 और भागलपुर में 45 मामले दर्ज हुए हैं। अगर 2001 से 2017 तक के मामलों पर नजर डाले तो, 2013 में सबसे ज्यादा 1128 रेप के केस दर्ज हुए हैं।
2014 में 1127, 2015 में 1041 और 2016 में 1008 मामले दर्ज हुए हैं। वहीं हाल में मुजफ्फरपुर और बांका हुई घटना ने अधिकारियों के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है। इस दोनों ही मामलों में आरोपियों ने पीड़िता के साथ रेप का वीडियो बनाया।एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों तक टेक्नोलॉजी और हाई स्पीड इंटरनेट की पहुंच ही इस प्रकार के जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने बताया कि पॉर्न पहले गावों में इतनी आसानी से उपलब्ध नहीं था, जितना अब है। अगर ऐसा ही रहा तो महिलाओं के खिलाफ अपराध में बढ़ोतरी होती रहेगी। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक 2015 में देशभर में 34,210 महिलाओं और लड़कियों के साथ रेप हुआ, जबकि बिहार इस अपराध के मामले में 14वें स्थान पर था।