जाने क्यों और किससे है बलिया के बेल्थरारोड के नगरवासी नाराज़
बेल्थरारोड नगरवासी में रोष है बिजली की बिल निकालने में अनियमितता से
बिल्थरारोड (बलिया)। नगर में ठेकेदार के आदमियों द्वारा बिजली बिल के नाम पर अवैध धन उगाही धड़ल्ले से जारी है। कमीशन के चक्कर में उनके द्वारा घरेलू कनेक्शन के एक कई महीने में दो बार बिल निकाली जा रही है। वहीं अवैध कनेक्शन धारियों से प्राइवेट कर्मचारी धौंस जमाकर वसूली कर रहे हैं। नगर के एक पत्रकार की ठेकेदार के आदमियों ने घरेलू कनेक्शन की दो बार बिल निकाला है। इसके चलते उपभोक्ता को यूनिट के अलावा एक ही महीने में दो बार मीटर का किराया एवं सर चार्ज देना पड़ेगा। पहले घरेलू कनेक्शन की 2 महीने पर एक बार बिल जारी होती थी एवं कमर्शियल उपभोक्ताओं को महीने में एक बार बिल दी जाती थी। इस समय ठेकेदार के आदमियों द्वारा की जा रही अनियमितता एवं धांधली से उपभोक्ताओं में गहरा असंतोष है। उपभोक्ताओं ने उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।
खफा है बेल्थरारोड नगरवासी बीएलओ की लापरवाही से
बिल्थरारोड (बलिया)। निकाय चुनाव के लिए मतदाता सूची जारी होते ही कुछ लोगों के नाम मतदाता सूची में सम्मिलित किए जाने व कुछ सूची से बाहर कर दिए जाने से लोगों में तीव्र आक्रोश है। मतदाता सूची को लेकर चेयरमैन व सभासद के दावेदारों एवं बीएलओ से आए दिन तू तू मैं मैं हो रही है। बताया जाता है कि बीएलओ मतदाता सूची बनाने में काफी लापरवाही बरत रहे हैं। राजनीतिक दबाव में वे घर बैठे ही नाम जोड़ने व काटने का काम कर रहे हैं। इस दरमियान उन पर अवैध धन उगाही के भी आरोप लगाए जा रहे हैं। इसको लेकर सभासद व चेयरमैन के दावेदार समाधान दिवस समेत एसडीएम से भी शिकायत कर चुके हैं। लेकिन इसका उन पर कोई असर नहीं है। वार्ड नंबर 5 के निवासी संदीप वर्मा एवं पत्रकार अनूप हेमकर जैसे लोग मतदाता सूची से अपना नाम गायब देख काफी खफा हैं। अब देखना है कि बीएल ओ मतदाता सूची बनाने में कितनी पारदर्शिता व निष्पक्षता से काम कर रहे हैं।
तेज हुई चुनावी सरगर्मी आरक्षण सूची जारी होते ही
बिल्थरा रोड (बलिया)। निकाय चुनाव के लिए आरक्षण सूची जारी होते ही चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। सभासद व चेयरमैन के लिए दावेदारों की होड़ सी लग गई है। इसके पहले सामान्य सीट होने के कारण सभी वर्ग के बहुत से लोग अपनी भाग्य की आजमाइश करने के लिए प्रयत्नशील रहे। लेकिन इस बार चेयरमैन की सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित कर देने से सामान्य जाति के दावेदारों में मायूसी है। सामान्य जाति के लोग अब किंग मेकर की भूमिका निभाने की तैयारी कर रहे हैं। सूची के जारी होने के बाद सभासद व चेयरमैन के दावेदार लोगों से मिलने जुलने व दुआ सलाम का गति तेज कर दिए हैं। अभी 3 दिन पहले उक्त सीट पिछड़ी महिला वर्ग के लिए आरक्षित होने की अफवाह से पुरुष दावेदार अपनी दावेदारी के लिए घर की महिला सदस्य को उतारने की तैयारी में थे। लेकिन गुरुवार को आरक्षण सूची जारी होने के साथ वे अपने इरादे बदल चुके हैं। फिलहाल नगर के लिए चेयरमैन व सभासद कौन बनेंगे यह भविष्य के गर्भ में है।