खुलासा : इश्क का भुत चढ़ा ऐसा कि पत्नी ने पति की ले लिया जान
रॉबिन कपूर
फर्रुखाबाद : बीते18 सितम्बर की रात पत्नी के साथ सो रहे पति की संदिग्ध हालत में मौत हो गयी| सुबह उसका शव घर के आँगन मे पड़ा मिला था | पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया| मृतक के भाई ने पुलिस को घटना की तहरीर दी| पुलिस ने जाँच शुरू की थी| शुरू से ही पूरे घटनाक्रम मे पत्नी की भूमिका संदेह के घेरे मे थी | रविवार को पुलिस मिले सबूतों के आधार पर पति की हत्या के आरोप में उसकी पत्नी को ही गिरफ्तार कर लिया. पत्नी शिक्षामित्र पद पर तैनात है|
थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के ग्राम माधौपुर निवासी मृतक 40 वर्षीय कमलेश उर्फ़ कल्लू यादव के भाई बबलू यादव ने पुलिस को दी गयी तहरीर में कहा था कि कमलेश बीती रात अपनी पत्नी आकांक्षा यादव के साथ कमरे में सो रहा था| सुबह उसकी लाश घर के आँगन में पड़ी मिली| उनकी गर्दन पर चोट के निशान थे| बबलू ने अपने भाई की गलाघोट कर हत्या करने का संदेह जताया था | जिसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे पुष्टि होने पर पुलिस सक्रिय हो गयी|
पुलिस को शक था की जब पत्नी आकांक्षा साथ में सो रही थी तो फिर उसकी हत्या में भी उसका ही हाथ होना साफ है । पुलिस ने आकांक्षा को हिरासत मे लेकर पूँछताछ शुरु किया. पुलिस की कड़ी पूंछतांछ मे शातिर पत्नी आकांक्षा की असलियत खुलकर सामने आ गयी. आकांक्षा ने पुलिस को बताया कि उसके प्रेम सम्बन्ध मोहम्मदाबाद कोतवाली के नौली निवासी उदयभान पुत्र मुलायम सिंह से थे. उदय भान और आकांक्षा ने कमलेश को रास्ते से साफ करने का चक्रव्यूह तैयार किया. कमलेश दोनों के बीच में बाधा बना हुआ था, इसलिये पत्नी आकांक्षा ने ही रस्सी से गला दबाकर पति कमलेश यादव उर्फ कल्लू की हत्या कर डाली. जिस समय आकांक्षा ने कमलेश की हत्या की उस समय उसका पति भी नशे की हालत मे था. आकांक्षा की जुबान से उसके जुर्म की दास्तां सुनकर सभी के रोंगटे खड़े हो गये। पुलिस को अब प्रेमी की भी तलाश है. अपर पुलिस अधिक्षक त्रिभुवन सिंह ने घटना का खुलासा पुलिस लाइन सभागार मे पत्रकार वार्ता के दौरान किया।
जेल मे लड़ी थी आकांक्षा की नज़र उदयभान से !
फर्रुखाबाद : चोरी के जुर्म मे जिला जेल मे बँद देवर से आये दिन देवरानी के साथ मिलनी करने जाने वाली उसकी भाभी आकांक्षा की नज़र वही जेल मे बंदी उदयभान से लड़ गयी। उदयभान के जेल बाहर आते ही दोनो का इश्क धीरे धीरे परवान चढ़ने लगा। आकांक्षा उदय भान के प्रेम मे इस कदर अंधी हो गयी की उसने सात जन्म तक साथ निभाने वाले वादे को तोड़ते हुवे अपने ही हाथो से अपने पति को मौत के घाट उतार दिया ।