विजिलेंस की छापेमारी में पता चला करोड़ों के मालिक है बिहार के ये डीएसओ साहेब
आय से अधिक संपत्ति मामले में गुरुवार शाम पटना की विजिलेंस टीम ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी सह आईसीडीएस के प्रभारी डीपीओ देवेन्द्र कुमार दर्द के कार्यालय व झौवाकोठी स्थित सरकारी क्वार्टर में छापेमारी की। इस दौरान आलमीरा से 66 हजार नकद, पत्नी के नाम चार जमीन के कागजात व पांच एलआईसी बांड बरामद किया गया। जिला आपूर्ति पदाधिकारी के पटना व भागलपुर के ठिकाने पर एक साथ छापेमारी की गई। पटना में छापेमारी के दौरान डेढ़ करोड़ की जमीन के कागजात, 30 लाख के जेवरात और 20 बैंक पासबुक समेत आय से अधिक संपत्ति मिली है।
गुरुवार सुबह पटना से विजिलेंस डीएसपी विनोद कुमार के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम छापेमारी के लिए भागलपुर पहुंची और भागलपुर रेंज के विजिलेंस एसपी संजय कुमार भारती के साथ दिन के करीब 11.30 बजे समाहरणालय पहुंची। आपूर्ति विभाग के कर्मचारियों को बुलाकर डीएसओ के वेश्म की जानकारी ली। विजिलेंस टीम ने आपूर्ति विभाग के कर्मचारियों को कोर्ट के आदेश की प्रति दिखाते हुए कहा कि डीएसओ के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज है। कोर्ट के आदेश पर छापेमारी की जा रही है।
कर्मचारियों को आदेश की प्रति भी पढ़ने दिया गया। उसके बाद कर्मचारी से मोबाइल नं. लेकर विजिलेंस के अधिकारियों ने डीएसओ से बात की। डीएसओ को कोर्ट के आदेश को पढ़कर सुनाया गया। क्वार्टर में छापेमारी करने के लिए चाबी की मांग की गयी लेकिन बताया गया कि साहब पटना गए हैं। क्वार्टर के गेट की चाबी ड्राइवर के पास है। कार्यालय कर्मी ने बताया कि साहब लोकायुक्त के यहां बाल विकास परियोजना कार्यालय से संबंधित मामले की सुनवाई में भाग लेने पटना गये हैं। समाहरणालय परिसर में इस बात की चर्चा चल रही थी कि पटना स्थित आवास पर भी विजिलेंस टीम द्वारा छापेमारी कर रही है।
विजिंलेंस थाने में दर्ज की गई एफआईआर
आय से अधिक संपत्ति मामले में जिला आपूर्ति पदाधिकारी के खिलाफ मंगलवार को पटना स्थित विजिलेंस थाने में कांड संख्या 82/017 दर्ज करने के बाद बुधवार को विजिलेंस कोर्ट से सर्च वारंट लिया गया। निगरानी टीम छह महीने से डीएसओ के संपत्ति की जांच कर रही थी। अधिकारी के मुताबिक डीएसओ द्वारा वर्ष 2010 से 2016 के बीच दाखिल रिटर्न फाइल में एक करोड़ से अधिक की संपत्ति का इजाफा दिखाया गया है। संपत्ति के मुकाबले छह साल में वेतन वृद्धि काफी कम है। सीवान से भी कई लोगों ने डीएसओ के खिलाफ शिकायत की थी।