बिहार:घायल उर्मिला का आरोप, पुलिस और नेता देते हैं अपराधियों को संरक्षण
गोपाल जी
भागलपुर नाथनगर शंकरपुर राघोपुर में शनिवार को अपराधियों द्वारा घायल किसान की पत्नी उर्मिला देवी का पुलिस पर से भरोसा उठ चुका है. मायागंज अस्पताल मे इलाजरत उर्मिला ने कहा कि अपराधियों पर कार्रवाई कभी भी नहीं होगी और ऐसे ही किसान पीड़ित होते रहेंगे. हम उसका कुछ नहीं कर पायेंगे. उर्मिला का आरोप है कि बदमाशों को इलाके के कई नेता और पुलिस का संरक्षण प्राप्त है
जिसके बल पर वे अपराध करते हैं. उसका कहना है कि भागलपुर से लेकर पटना तक पहुंच के चलते बदमाशों को बेल भी जल्दी ही मिल जाता है. उर्मिला ने बताया कि पिछले साल उसकी कलाय, मटर, गेहूं आदि फसल को अपराधियों ने दिनदहाड़े लूट लिया था. इसकी शिकायत नाथनगर थाने में की थी, मगर एक भी अपराधी नहीं पकड़े गये.
गंगा से निकलते ही अपराधियों की हो जाती है जमीन
दियारा इलाके में फसल और जलकर विवाद चरम पर है. यहां जिसकी लाठी उसकी भैंस के तर्ज पर बदमाश अपनी हुकूमत चलाते हैं. इस इलाके मे अपराधियों के सामने न पुलिस की चलती है और न जनप्रतिनिधियों की. किसानों का खेत गंगा में समाने तक तो अपराधी चुप रहते हैं मगर जैसे ही जमीन गंगा से निकलने लगती है, उसे बदमाश अपना समझने लगते हैं. चाहे वह खेतिहर जमीन हो या फिर छोटी-छोटी धाराएं. अपनी जमीन पर जैसे ही किसान अधिकार जमाने जाते हैं,
बदमाश उन्हें रोक देते हैं और जमीन पर चढ़ने के एवज में लाखों रुपये की रंगदारी मांगते हैं. शंकरपुर के किसान सियाराम मंडल ने बताया कि उनकी भी जमीन गंगा में ही समा गयी थी अौर उससे निकलते ही बदमाशों की नजर जमीन पर लग गयी. अपराधी जमीन पर चढ़ने के एवज में पांच लाख रंगदारी मांगने लगे. पिछले साल खेतों और खलिहानों से कलाय, मटर और खेसाड़ी की फसल लूटकर ले गये और हमलोग देखते रह गये. पुलिस उस बदमाश को अबतक नहीं पकड़ पायी है.