रूस और चीन ने अमेरिका को चेतावनी दी
कोरिया प्रायद्वीप में अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच विस्तृत पैमाने पर वायु युद्धाभ्यास पर रूस और चीन ने आपत्ति जताई है। समाचार एजेन्सी रोयटर्ज़ की रिपोर्ट के अनुसार मास्को और बीजींग ने अलग- अलग विज्ञप्ति जारी करके अमेरिका और दक्षिण कोरिया के मध्य होने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यास को भड़काऊ कार्यवाही बताया और दोनों का आह्वान किया है कि वे इस युद्धाभ्यास को छोड़कर कोरिया प्रायद्वीप में शांति स्थापित करने में सहायता करें।
चीन और रूस ने इससे पहले एक योजना पेश की थी और अमेरिका और दक्षिण कोरिया का आह्वान किया था कि वे उत्तर कोरिया द्वारा अपना परमाणु कार्यक्रम बंद करने के मुकाबले में संयुक्त सैन्य अभ्यास को खत्म कर दें। चेतावनी के बावजूद अमेरिका और दक्षिण कोरिया के मध्य संयुक्त सैन्य अभ्यास सोमवार से आरंभ हो गया है जिसमें 230 से अधिक युद्धक विमान भाग ले रहे हैं। यह युद्धाभ्यास शुक्रवार तक जारी रहेगा।
उत्तर कोरिया ने कोरिया प्रायद्वीप में तनाव को रोकने के संबंध में अमेरिका के दोहरे रवइये की आलोचना करते हुए कहा है कि अमेरिका को चाहिये कि वह उत्तर कोरिया के खिलाफ शत्रुतापूर्ण नीतियों को छोड़ दे और प्यूंगयांग की परमाणु क्षमता को समाप्त करने की नीति बंद कर दे। प्यूंगयांग का मानना है कि उत्तर कोरिया की उच्च रक्षा क्षमता इस देश पर अमेरिकी हमले को रोकने की दिशा में सबसे बड़ी रुकावट है।