देखे वीडियो, ये है भारत की एकता – दरगाह पर फातिहा पढने से रोका DRM कानपुर ने, तो हिन्दू भाइयो ने किया विरोध.
समीर मिश्रा.
कानपुर. इस देश की धड़कन से एक ही आवाज़ निकलती है, हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में है सब भाई भाई. नफरत की खेती करने वाले नफरत के सौदागरों को आज कानपुर की सरज़मी पर शायद यह खबर एक तमाचा हो जब उन नफरत के सौदागरों को पता चलेगा कि इस मुल्क में आपसी मुहब्बत और भाईचारा कोई नहीं मार सकता जिसकी बानगी आज कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन पर देखने को मिली जब एक दरगाह के खातिर मुसलमानों से आगे हिन्दू भाइयो ने आकर विरोध जताया.
हुआ कुछ इस प्रकार की कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 3 पर एक सदियों पुरानी दरगाह है जिसको लाइन शाह बाबा के नाम से जाना जाता है. हर बृहस्पतिवार को हिन्दू हो या मुस्लिम सभी अकीदत से यहाँ आते है एक वर्ग जहा फातिहा पढता है तो दूसरा वर्ग श्रधा से दर्शन करता है. इसी आस्था के गंगा जमुनी तहजीब पर आज DRM कानपुर के कथित आदेश पर पहरा बैठा दिया गया. आज जब अकीदतमंद दरगाह पर पहुचे तो उनको फातिहा पढने और दर्शन करने से रोक दिया गया, एक मज़ार यानि नफरतो के सौदागरों के लिये मुस्लिम धर्म से सम्बंधित जगह, और इस फरमान का विरोध करने वालो में सबसे आगे थे हिन्दू भाई. सबने खूब विरोध किया आप सम्बंधित वीडियो में देख सकते है किस प्रकार हिन्दू भाइयो ने DRM के इस कथित फरमान का विरोध किया है.
खैर साहेब माहोल गर्म होता इसके पहले ही इलाके और आसपास के बड़े बुजुर्गो ने मामले को सम्भाल लिया और कल यानि शुक्रवार को इस सम्बन्ध में वार्ता करने के लिये DRM से मिलने की बात कहकर लोगो की भीड़ को शांत करवा दिया. मामला अभी तो शांत है और स्थिति सामान्य है मगर सूत्रों की माने तो कल DRM को नमाज़ के बाद एक बड़े विरोध का सामना करना पड़ सकता है, हमने जब इस सम्बन्ध में DRM से बात करना चाहा तो उनका फोन पिक नहीं हुआ.