बाँदा का पंडित जेएन कालेज बना शराब पीने का अड्डा बना
बाँदा. यह चित्र पं जे एल एन पीजी कॉलेज बांदा का है। यहां स्थिति गर्ल्स कामन रूम के ऊपरी भाग में आयोजित ये शराब की पार्टी है। आये दिन ऐसे आयोजन होते रहते हैं, इसके प्रमुख सूत्रधार महाविद्यालय के स्टेनो जो कि लिपिक पद से पदोन्नति प्राप्त है, व वर्तमान प्राचार्य डॉ नंदलाल शुक्ल के कृपा पात्र हैं। हरिशंकर श्रीवास्तव अपने कुशल निर्देशन में ऐसे आयोजन आये दिन कराते रहते हैं। शैक्षणिक संस्थान में इस तरह की कारगुजारियां समाज को क्या संदेश देगी ये विचारणीय है ? बरहाल श्रीवास्तव जी आज करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं जो कि इनकी आय से अधिक है। कहने को स्टेनो हर बैक के कर्जदार है लेकिन यह अपने आका के तर्ज पर चलते है। इनके आका प्राचार्य विश्व प्रसिद्ध रामायण, महाभारत के ज्ञाता है
सूत्रों की माने तो यहाँ इसके अलावा भी बहुत कुछ होता रहता है. कभी प्रिंसिपल साहेब ये नहीं बताते की इनके कार्यालय में बाहर से ताला बंद करवा कर यह अन्दर क्या करते रहते है. चर्चाओ कि माने तो यह सिलसिला दोपहर दो बजे से शाम 5 बजे तक रोज़ चलता रहता है. यह सब गौरवशाली कालेज के अन्दर ही होता है जब मिलने जाएंगे तो मिटिंग हो रही है बता कर उनके अंगरक्षक लौटा देते है जब स्टेनो का हाल यह है तो प्राचार्य के बारे मे क्या कहना ,जब स्टेनो करोड़ पति है तो प्राचार्य की क्या आर्थिक दशा होगी,यह कालेज भारत का महानतम कालेज है । इस महाविद्यालय ने अपने ५० वर्ष पूर्ण कर अपना गौरवशाली इतिहास बनाया है, अभी हाल में यूजीसी नैक के द्वारा उत्तम ग्रेड भी प्राप्त किया है। ऐसे संस्थान में ऐसा ध्रणित कार्य शर्मनाक है.