रेलवे की तत्काल टिकट बुकिंग में सबसे बड़ा घोटाला , सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर को CBI ने किया गिरफ्तार

समीर मिश्रा.

रेलवे के तत्काल रिजर्वेशन सिस्टम में एक ही बार में सैकड़ों टिकटों का आरक्षण करने वाले एक अवैध सॉफ्टवेयर का निर्माण करने के आरोप में सी बी आई ने अपने ही सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर को गिरफ्तार किया है| इस शख्स का नाम अजय गर्ग है जिसे साकेत की एक विशेष अदालत में बुधवार को पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिनों की सी बी आई हिरासत में भेज दिया गया |सीबीआईअधिकारी ने कहा, ‘गर्ग पर आरोप है कि उसने आईआरसीटीसी द्वारा चलाए जा रहे तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली में छेड़छाड़ के लिए एक अवैध सॉफ्टवेयर विकसित किया था |

यह साजिश अनिल कुमार गुप्ता के साथ रची थी | इन लोगों ने सॉफ्टवेयर को निजी व्यक्तियों को भारी भरकम रकम में अवैध इस्तेमाल के लिए बेच दिया था. अजय गर्ग का चयन 2012 में सीबीआई में सहायक प्रोग्रामर के आधार पर किया गया था |  एक प्रक्रिया के तहत उसका चयन किया गया था. इससे पहले वह 2007 से 2011 के बीच आईआरसीटीसी के लिए काम करता था | जंहा से उसे रेलवे टिकटिंग सिस्टम के बारे में गहराई से पता चला.

इस सॉफ्टवेयर के  द्वारा कोई एजेंट एक बार में सैकड़ों टिकट बुक कर सकते थे. वहीं जरूरतमंद यात्री टिकट से वंचित रह जाते थे| अजय गर्ग को उसके साथी अनिल गुप्ता के साथ गिरफ्तार किया गया है. अनिल गुप्ता सहयोगी एजेंटों को सॉफ्टवेयर बेचा करता था | इनके अलावा 10 एजेंटों की पहचान की गई है, जिनमें से सात जौनपुर और तीन मुंबई में हैं| सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा कि गुप्ता को उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले स्थित उसके घर से मंगलवार को गिरफ्तार किया गया और उसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया गया.

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