भगवत गीता’ के सहारे कट रही है लालू की सजा और खैनी टाइम पास
गोपाल जी,
बिहार के चर्चित चारा घोटाले मामले में झारखंड के बिरसा मुंडा जेल में कैद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का दिन बिल्कुल अकेले कट रहा है। अकेलेपन को दूर करने के लिए लालू प्रसाद यादव ने धार्मिक किताब और खैनी को अपना दोस्त बनाया हैं। इसी दोनों के जरिए वो अपना समय जेल में व्यतीत कर रहे हैं। दैनिक काम करने के बाद वो हमेशा धार्मिक किताबों के जरिए अपना समय व्यतीत कर रहे हैं तो बचे हुए समय में पटना से आई खैनी खाते हैं।
गीता के सहारे गुजर रही है लालू की जिंदगी
जेल सूत्रों की अगर मानें तो सजा मिलने के बाद जब से वो जेल में आए थे तभी अपने साथ ‘भगवत गीता’ समेत कई किताबें भी लाए थे। दोपहर और शाम के खाली वक्त में वो किताबें पढ़ते हुए अपना समय गुजारते हैं। जेल में लालू प्रसाद से किसी को मिलने की इजाजत नहीं दी गई। ऐसे में दिन का अधिकांश समय उन्होंने किताब पढ़ने में ही बिताया। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ का विशेष ध्यान उनके पार्टी के विधायक भोला यादव रखते हैं जो उनके लिए हरी सब्जी जेल गेट पर पहुंचाते रहते हैं।
पटना की खैनी रगड़ रहे हैं लालू
जेल सूत्रों की माने तो लालू प्रसाद यादव का दैनिक रुटिन सुबह उठने के बाद वो मॉर्निंग वॉक करते हैं, फिर नहाकर फ्रेश होने के बाद 1 घंटे तक पूजा करते हैं। पूजा पाठ करने के बाद वो नाश्ते में रोटी, दाल और साग खाते हैं। नाश्ता करने के बाद वो धार्मिक किताब के साथ दोपहर तक का वक्त बिताते हैं। फिर खाना खाने के बाद आराम करने चले जाते हैं। उनका खाना बनाने की जिम्मेदारी एक सजायाफ्ता कैदी को दी गई है लेकिन वो खुद अपने खाने पर ध्यान देते हैं और उसे अपने डायरेक्शन में बनवाते हैं। खाने में लालू प्रसाद को हरी सब्जियां ज्यादा पसंद हैं, ऐसे में उनके लिए हरी सब्जी का बंदोबस्त किया जाता है।
लालू नहीं कर रहे हैं खाने में कॉम्प्रोमाइज
जेल अधिकारी कि अगर मानें तो जेल के अपर डिवीजन जेल में बंद होने की वजह से सुरक्षा के लिहाज से लालू प्रसाद यादव आम कैदियों से नहीं मिलते हैं और हमेशा अपने सेल में रहते हैं। कभी-कभार अपने पड़ोसी राजनीतिक आरोपी जगदीश शर्मा, आरके राणा, धनबाद के झरिया विधायक संजीव सिंह, पूर्व मंत्री राजा पीटर और सावना लकड़ा के साथ बातचीत करते हैं।