स्वच्छ भारत अभियान को मुह चिढा रहा है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मूरतगंज
कौशाम्बी। जिला कौशाम्बी के ब्लॉक – मूरतगंज में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य द्वार पर जिस प्रकार से किचड़ युक्त जलभराव है , यह एक सोचनीय विषय है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मूरतगंज ब्लॉक का मुख्य स्वास्थ्य केंद्र है। 10 से 15 किलोमीटर तक के मरीज यहां इलाज कराने के लिए आते है। लेकिन इस स्वास्थ्य केंद्र की बाहरी स्थिति देखी जाए तो शायद अन्दर का प्रबंध देखने का मन ही न हो।
स्वास्थ्य केंद्र के बाहर जिस प्रकार से कीचड़ युक्त जलभराव है उसे देखते हुए लगता है कि शायद स्वास्थ्य केंद्र के बाहर बाढ़ आ गयी हो। आपको को बता दे कि लगभग सालों से इस स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य द्वार की यही स्थिति है। स्वास्थ्य केन्द्र के मुख्य द्वार पर लग 3 से 4 फ़ीट के भीषण गड्ढे के साथ कीचड़ युक्त जलभराव होने के कारण मरीज स्वास्थ्य केंद्र में जाने से कतराते है। डॉक्टर साहब की चारपहिया व एम्बुलेंस अंदर कैसे प्रवेश करती है वो तो भगवान ही जाने।
जिस तरह से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर मुख्य द्वार पर कीचड़ युक्त जल भराव है उसे देखकर यही लगता है, कि “स्वच्छ भारत मिशन” फेल होता दिख रहा है। जलभराव ” एक कदम स्वच्छता की ओर” के स्वच्छ अभियान को खुली चुनौती दे रहा है। जलभराव के कारण मरीज़ों को आवागमन में दिकात का सामना करना पड़ रहा है। अब बेचारे मरीज़ करे भी क्या ?मजबूरी की पोठली बांध कर जाना ही पड़ता है। न जाए तो प्राइवेट अस्पताल में इलाज़ कराये।