मंत्री को क्रय केंद्र पर मिला फर्जीवाड़ा
अंजनी राय.
बलिया : राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी ने शनिवार को धान खरीद में बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा। चितबड़ागांव मण्डी में बने क्रय केंद्र अचानक पहुंचे मंत्री जब रजिस्टर की जांच की तो अजीब स्थिति देखने को मिली। जिस किसान के पास खेत नहीं थे, उनका भी धान क्रय किया जाना दिखाया गया था। यहीं नहीं, जिस उमरपुर दियारे में धान की फसल नहीं होती है, वहां की खतौनी पर सैकड़ों कुंतल धान खरीद की गयी थी। क्रय केंद्र पर रजिस्टर में अंकित करीब दो दर्जन किसानों के नम्बरों पर मंत्री ने जब फोन किया तो ये सच्चाई सामने आई। पूछताछ के दौरान अधिकांश किसानों के नम्बर फर्जी मिले। मंत्री ने अपर जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि माकेटिंग इंस्पेक्टर पर मुकदमा दर्ज कराकर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित कराएं, ताकि किसानों के साथ धोखा करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों में डर पैदा हो। उन्होंने अभियान चलाकर क्रय केंद्रों का सत्यापन कराने का निर्देश अपर जिलाधिकारी मनोज सिंघल को दिया।
मंत्री जब चितबड़ागांव मण्डी में गये तो पहले तो वहां बना क्रय केंद्र ही बंद मिला। इसका कारण जब माकेर्टिंग इंस्पेक्टर से पूछा तो वे भी बहानेबाजी करने लगे। फिर उन्होंने अभिलेख तलब कर रैंडम चेकिंग शुरू की तो गड़बड़ी मिली। दरअसल, नरहीं निवासी परमेश्वर राय की खेती दियारे में ही होती है जहां धान की फसल काफी कम होती है। उनके सौ कुंतल से अधिक धान बेचा जाना दिखाया गया था। किसान का नम्बर लगाया तो वह नम्बर चौरा में गया। इसी प्रकार एक अन्य नम्बर पर फोन किया तो किसान ने बताया कि मेरा तो खेत ही नहीं है। इस पर मंत्री ने कहा कि क्रय केंद्रों का सत्यापन कराया जाए और जो भी दोषी मिले उन पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई हो।