गरीबों के हक को डकार जा रहे कोटेदार, शिकायत के बावजूद नहीं होती कार्यवाही

अनंत कुशवाहा

अम्बेडकरनगर। इब्राहिमपुर थाना अंतर्गत नगर पंचायत इल्तिफातगंज में गरीबों के सरकारी गल्ले की दुकान के मालिक कोटेदार गरीबों के हक को डकार जा रहे हैं। आलम यह है कि इनकी सरकारी दुकान पर हर समय ताला लगा रहता है। माह के दो-तीन दिन वे अपनी दुकानें सिर्फ खोलकर खानापूर्ति करते हैं, जिसका खामियाजा कार्ड धारको को भुगतना पड़ता है। ज्ञात हो कि नगर पंचायत इल्तिफातगंज में 12 हजार आबादी के लिए तीन कोटा निर्धारित किया गया है जिस पर जबरदस्त तरीके से मनमानी की जाती है। त्यौहारों पर भी चीनी सहित अन्य सामान नहीं मिलते।

मालूम हो कि सूर्य प्रकाश शुक्ला आजादनगर, चंपा  देवी ईश्वरनगर, रामजीत अम्बेडकरनगर के कार्ड धारको को राशन देते हैं लेकिन इनकी दुकानों पर न तो स्टॉक बोर्ड लगा है, न ही कार्ड धारको की सूची अंकित की गई है और न ही खुलने का समय। कार्डधारक स्वयं ही इनकी दुकानों के चक्कर लगाते रहते है, कि हमारा गल्ला कब मिलेगा। वहीं बीते दिनों ही सूर्य प्रकाश शुक्ला ने आलम नमक कार्ड धारक को अपनी सरकारी दुकान पर अपने साथियों के साथ जमकर मारा पीटा, क्योंकि पीड़ित ने पिछले महीने मिट्टी का तेल न देने की बात कही थी। वही चंपा देवी आजादनगर ईश्वर नगर की कोटे की दुकान पर कार्ड धारको को बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है ।यही हाल राम जीत कोटेदार का है जहां पर गरीबों को राशन के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। नगर पंचायत में जिला पूर्ति अधिकारी की मिलीभगत से जमकर घटतौली के अलावा कालाबाजारी की जाती है। गरीबों को राशन देने के लिए यह कोटेदार बिना समय ही दुकान खोलकर कुछ लोगों को राशन देकर दुकानें बंद कर देते हैं जबकि जिलाधिकारी का सख्त आदेश है कि राशन की दुकान पर कार्ड धारकों की सूची के अलावा दुकान महीने के 30 दिन खुलेगी।लेकिन यह इसके उल्टे ही काम करते हैं। इसके चलते गरीबों को तेल, मिट्टी का राशन चीनी लेने के लिए कोटेदारों की जी हुजूरी करनी पड़ती है।ऐसे में होली का त्योहार नजदीक है।कार्ड धारक राशन लेने के लिए इंतजार कर रहे है। वहीं जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने कहा कि कोटेदारों द्वारा लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांच में अगर यह सत्य पाया गया कि उनकी दुकानों पर राशन कार्ड धारकों की सूची नहीं अंकित किए गए हैं तो कठोर कार्रवाई उन पर की जाएगी।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *