इलाहाबाद – साहब एचएफएल में भी बेरोकटोक निर्माण
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद अधिकतम बाढ़ स्तर (एचएफएल) में बेरोकटोक निर्माण और प्लाटिंग हो रही है। इलाहाबाद विकास प्राधिकरण (एडीए) के अधिकारियों के लाख दावों के बावजूद इस पर प्रभावी नियंत्रण नहीं लग पा रहा है। लिहाजा, झूंसी समेत शहरी क्षेत्रों में अवैध निर्माण और प्लाटिंग धड़ल्ले से जारी है।
झूंसी का पूरे सूरदास, मुंशी का पूरा, हवेलिया, शेरडीह, रहिमापुर, उस्तापुर महमूदाबाद आदि कछारी क्षेत्र है। कछारी क्षेत्र होने के कारण ये इलाके एचएफएल में आते हैं। लेकिन इन क्षेत्रों में अवैध निर्माणों और प्लाटिंग पर किसी तरह का अंकुश नहीं लग पा रहा है। दोनों कार्य धड़ल्ले से हो रहे हैं। इसी प्रकार इलाहाबाद-वाराणसी मार्ग पर स्थित कनिहार, अंदावा, इलाहाबाद-जौनपुर मार्ग पर स्थित दुर्जनपुर-कटका क्षेत्रों में भी बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग हो रही है। इसके खिलाफ कुछ कार्रवाइयां भी हुई, लेकिन गिनी-चुनी। वहीं, कुछ स्थानीय लोग दबी जुबान ये भी कहते हैं कि अगर किसी ने अवैध निर्माण की शिकायत एडीए में कर भी दी तो कर्मचारी आने पर अपना कोरम पूरा करके वापस लौट जाते हैं।
अवैध निर्माण रोकने को है पूरी टीम: शहरी क्षेत्रों में अवैध निर्माण और अवैध प्लाटिंग को रोकने के लिए एडीए की एक पूरी टीम है। इसमें सुपरवाइजर, भवन निरीक्षक अवर अभियंता और सहायक अभियंता शामिल हैं। इनकी संख्या करीब 65-70 है। फिर भी ये लोग प्रभावी अंकुश अवैध निर्माणों और प्लाटिंग पर नहीं लगा पा रहे हैं।
हाल के दिनों में कार्रवाई भी हुई: अवैध निर्माणों और प्लाटिंग के खिलाफ एडीए के द्वारा हाल के दिनों में कार्रवाई भी की गई। कालिंदीपुरम, नैनी, झूंसी, पोंगहट पुल के समीप सैकड़ों एकड़ क्षेत्रफल में भूमाफिया द्वारा कराई गई अवैध प्लाटिंग ध्वस्त कराई गई। कई भूमाफिया पर शिकंजा कसते हुए संबंधित थानों में एफआइआर भी दर्ज कराई गई।