संगम जल से सीएम योगी का आचमन – संतो की मनोकामनाओं पर जल्द काम शुरू होगा
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीर्थराज प्रयाग में इशारों-इशारों में श्रीराम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। संगम क्षेत्र से सटे परेड मैदान में विश्व हिंदू परिषद के शिविर में आयोजित संत सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं जो पहले था, वही अभी भी हूं। मुझमें कुछ नहीं बदला है, सिर्फ जिम्मेदारियां बढ़ी हैं। जो आपकी भावना है, वही मेरी इच्छा है, परंतु मैं आपकी तरह व्यक्त नहीं कर सकता। हां, करूंगा वही जो संत चाहते हैं।
योगी ने कहा कि संत सरकार के समक्ष अपनी मांग न रखें, सिर्फ समर्थन दें क्योंकि केंद्र व प्रदेश में वह सरकार बैठी है जो बिना कहे और मांगे आपकी भावनाओं के अनुरूप काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाने के साथ कुंभ को यूनेस्को की सूची में दर्ज कराया। इसके जरिए संतों की साधना व सनातन संस्कृति का मान बढ़ा है। संतों की हजारों वर्षों की साधना फलीभूत हुई है। गंगा, यमुना, सरयू सहित हर पवित्र नदियों की निर्मलता को प्रधानमंत्री ने 20 हजार करोड़ रुपये दिए हैं, जिसका सार्थक प्रयोग करके इन नदियों को पवित्र किया जाएगा।
बेहतर काम के लिए संतों का मार्गदर्शक मंडल बनेगा
योगी ने संतों से गोरक्षा की अपील की। इसी के साथ प्रयाग में अगले साल होने वाले कुंभ के विषय में कहा कि अप्रैल 2017 से उसका काम प्रारंभ कर दिया है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण का गठन हो चुका है, बेहतर काम के लिए संतों के नेतृत्व में मार्गदर्शक मंडल का गठन किया जाएगा। सम्मेलन में श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण अतिशीघ्र हो, उसका मार्ग केंद्र की मोदी व प्रदेश की योगी सरकार प्रशस्त करे। अब अधिक दिनों तक इंतजार नहीं किया जाएगा। डॉ. रामकमल दास वेदांती ने सरकार से मंदिर निर्माण की दिशा में अतिशीघ्र अहम निर्णय लेने की बात कही। अध्यक्षता जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने की। विहिप के अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय ने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए निर्णायक समय आ गया है।
संगम जल से योगी ने किया आचमन
इसके पहले योगी ने माघ मेला क्षेत्र का दौरा कर श्रद्धालुओं को मिल रही व्यवस्था देखी। सीएम योगी ने संगम तट पर मेला क्षेत्र का दौरा किया और बड़े हनुमान मंदिर पहुंचकर पूजन और दर्शन किया। संगम पहुंचकर कुंभ के तौर पर प्रयोग किए गए शौचालय, स्वास्थ्य उप केंद्र का निरीक्षण किया। संगम पर त्रिवेणी का भाव पूर्ण दर्शन पूजन और गंगा जल से आचमन किया। स्वागत स्वामी चिन्मयानंद व संचालन अशोक तिवारी ने किया। सभा में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि, जगद्गुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती, प्रेम गिरि, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, नंदगोपाल गुप्त नंदी मौजूद रहे।