खूंटे से बांध युवक की पीट-पीटकर हत्या, मौत की पुष्टि के लिए बाह में मारी गोली
गोपाल जी,
बिहार के आरा जिले के नगर थाना क्षेत्र के बलबतरा मुहल्ले में बर्बरता का दृष्य उस समय जीवंत हो उठा जब पुरानी रंजिश में दो दर्जन हमलावरों ने एक युवक को पशु के खूंटें से बांधने के बाद लाठी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। मृत युवक सत्येंद्र यादव बलबतरा मुहल्ला निवासी बीरबल यादव का पुत्र बताया जाता है, जो शनिवार को दोपहर बाद अपने खेत से खाद छीटकर अपने घर वापस लौट रहा था। तभी पहले से घात लगाए बैठे लगभग दो दर्जन हथियारबंद एवं लाठी-डंडों से लैस हमलावरों ने उसे बीच रास्ते में ही धर दबोचा और पशु बांधने के एक खूंटे से बांधकर युवक की लाठी-डंडों से बर्बर पिटाई करने लगे।
हमलावरों के डर से वहां जमा हुई भीड़ में भी किसी की हिम्म्त नहीं हो पाई कि युवक की जान बचा सके। इधर हमलावर लाठी-डंडों से युवक की तब तक पिटाई करते रहे, जब तक की उसकी मौत नहीं हो गई। इतने से भी हमलावर संतुष्ट नहीं हुए तो युवक की मौत की पुष्टि के लिए उसके बांह में भी गोली मार दी। पर, तब तक पिटाई से बुरी तरह घायल हुआ युवक दम तोड़ चुका था। घटना को अंजाम देने के बाद सभी हमलावर वहां से फरार हो गए।
इधर घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर अंत्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल भेज दिया, जहां उसका अंत्यपरीक्षण कराया गया। सदर अस्पताल पहुंचे मृतक के परिजनों ने बताया कि महज चार बीघे जमीन का विवाद हमलावरों के साथ लंबे समय से चल रहा था, जिसमें उनलोगों ने जबरन 12 कट्ठा जमीन बेच भी दिया है। बाकी का जमीन कब्जा करने की नीयत से हमलावरों ने सत्येंद्र यादव की हत्या की है।
इस संबंध में प्रभारी एसपी सह एएसपी दया शंकर ने बताया कि लाठी डंडे से पीटकर एक युवक की हत्या की गई है। पिटाई के दौरान गोली मारे जाने की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी। फिलहाल हमलावरों की गिरफ्तारी हेतु नगर थानाध्यक्ष जेपी ङ्क्षसह के नेतृत्व में उनके संभावित ठिकानों पर सघन छापेमारी की जा रही है।
मर्माहत मां को ढाढ़स बंधाती रही तीनों कुआंरी बेटिया
हमलावरों की बर्बर पिटाई से हुई पिता की मौत के बाद मर्माहत मां विमला देवी को ढाढ़स बंधाने की नाकाम कोशिश में लगी उनकी तीन कुआंरी बेटियों संध्या, सरीता तथा अनीता अपनी मां के करूण क्रंदन से इस कदर मर्माहत हो गई थी कि वे खुद भी अपना आपा खो दे रही थी। बावजूद इसके सबसे छोटी बेटी पांच वर्षीया अनीता अपनी मां के आंसू पोछने में मशगुल थी।
वहीं अन्य दोनों बेटियां भी उसे लगातार ढाढ़स बंधा रही थी। जबकि 10 वर्षीय पुत्र अमित भी अपनी दादी समहुती देवी को ढाढ़स बंधाने में लगा था। मृत युवक के बड़े भाई जितेंद्र एवं छोटे भाई धर्मेंद्र को तो जैसे काठ मार गया था। सभी एक दूसरे को ढाढ़स बंधाने में लगे हुए थे।