रामजन्म हत्याकांड से मोकामा में दो गुटों में तनाव जारी :
अनिल कुमार.
रविवार को पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन में अथमलगोला स्टेशन के पास कुख्यात अपराधी रामजन्म यादव की हत्या से मोकामा क्षेत्र में जबरदस्त तनाव व्याप्त है । कुख्यात रामजन्म यादव के हत्या का आरोप मोकामा के बाहुबली व निर्दलीय विधायक अनंत सिंह पर लगा है । मृतक रामजन्म यादव की पत्नी निक्की देवी ने अपने द्वारा दर्ज प्राथमिकी में अपने पति की हत्याकांड के पूरी साजिश रचने और गोली मारने का आदेश देने का आरोप विधायक अनंत सिंह पर लगाया है । इस हत्याकांड की प्राथमिकी जीआरपी थाना में दर्ज की गयी है । इस हत्याकांड की जाँच के लिए पाँच सदस्यीय एक एस आई टी का गठन किया गया है । इस संबंध में एडीजी (रेल) आलोक राज ने बताया कि रेल डीएसपी भगवान प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में एस आईटी का गठन किया गया है और इस केस के आईओ सुरेश राम को बनाया गया है ।
इस हत्याकांड में विधायक अनंत सिंह का नाम आना पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है , क्योंकि विधायक ने कुछ माह पहले ही अपने हत्या का अंदेशा जाहिर किया था। जिसमें वर्तमान एसटीएफ आईजी कुंदन कृष्णन पर भी विधायक ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि आईजी ने मेरे हत्या करने के लिए रामजन्म यादव को एके-47 रायफल दिया है । विधायक द्वारा आईजी पर आरोप लगाने पर आईजी को भी सफाई देना पड़ा था ।
इस बीच कुख्यात अपराधी रामजन्म यादव का सरेआम हत्या होते ही यह बात लाजिमी है कि विधायक अनंत सिंह का कहीं न कहीं इस हत्या में जरूर संलिप्ता होगी । क्योंकि विधायक अनंत सिंह की भी छवि काफी दागदार रही है तथा इनके ऊपर सीएम नीतिश कुमार का जबरदस्त समर्थन है । विधायक अनंत सिंह इतने दबंग हैं कि जब प्रदेश के तत्कालिन मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी वर्तमान मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से खफा हो गये थे तब इन्होने फोन से जीतन राम मांझी को जान से मारने की धमकी दी थी ।
खैर यह पहले की बात है उस समय विधायक अनंत सिंह जदयू के सदस्य थे और वर्तमान में निर्दलीय विधायक हैं । कुख्यात रामजन्म यादव की हत्या के बाद पूरे बाढ़,मोकामा व पंडारक इलाके मे तनाव का माहौल है । पुलिस गश्त तेज कर दी गयी है। ।स्थानीय पुलिस कुख्यात की हत्या के विरोध में सड़क जाम व उपद्रव करने वालों की तलाश में जुटी है । अप्रिय वारदातों की आशंका को देखते हुए खुफिया विभाग को भी अलर्ट कर दिया गया है क्योंकि कुख्यात रामजन्म यादव के दाह संस्कार में उसके सैकड़ों समर्थकों ने हिस्सा लिया था । अब प्रशासन के लिए मोकामा क्षेत्र में शांति कायम रखना चुनौती बनी हुई है।