मोबाइल चार्ज के दौरान बड़ा हादसा, 27 घर जले
नारायणपुर प्रखंड के कटावग्रस्त बैकठपुर दुधैला पंचायत में गुरुवार को बैट्री के शॉट सर्किट से लगी आग में एक-एक कर कुल 27 घर जल गए। जिन लोगों के घर जले हैं वे गंगा के कटाव में पहले ही अपना घर गंवा चुका थे। नया घर भी आग के हवाले हो गया। आग में पाच लाख रुपये की संपत्ति खाक होने की बात अग्निपीड़ितों द्वारा बताई जा रही है। आग में आटा, चावल, दाल, चौकी, बिछावन, बर्तन समेत घरों के सभी सामान जल गए।
बच्चों ने सोलर बैट्री में लगा दिया था उल्टा चुट्टा
लाले मंडल की पत्नी जयंति देवी ने बताया कि घर में बच्चों ने सोलर बैट्री में उल्टा चुट्टा लगा मोबाइल चार्ज करने के लिए लगा दिया था। शॉट सर्किट से तार के साथ फूस की झोपड़ी में आग लग गई, जिस पर काबू पाते-पाते 27 घर जल गए। आग की लपटें दिनेश मंडल की दुकान तक जा पहुंची, जहां उसके दोनों बेटे प्रियाशु और दिव्याशु सो रहे थे। हो-हल्ला होने पर दोनों की आखें खुली। दोनों ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई।
पछिया हवा से तेज हुई आग, बोरिंग के पानी से पाया गया काबू
दोपहर दो बजे आग लगी थी। आग की लपटें पछिया हवा के कारण तेज होती चली गई, जिसकी आगोश में एक के बाद एक कुल 27 घर आ गए। खेतों में सिंचाई के लिए लगे बोरिंग के पाइप से पानी डालकर आग पर काबू पाया गया। आग को काबू करने में एक घटे का वक्त लग गया। आग बूझी तो 27 घरों के राख मिले। लाले मंडल की बकरी जल गई और एक बछड़ा झुलस गया। दो मासूम जलने से बाल-बाल बच गए। कटाव के दंश से यह परिवार अभी उबरा भी नहीं था कि अबकी आग ने कहर बरपा दिया।
मजदूरी कर भरण-पोषण करते है अधिकांश परिवार
गंगा के कटाव में घरों को कटने के बाद पीड़ित सभी परिवार ने मध्य विद्यालय सोनवर्षा की जमीन पर शरण ली थी। यहीं फूस की नई झोपड़ियां बनाकर गुजर-बसर कर रहे थे। इनमें अधिकांश लोग खेतों में मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करते हैं। घटना के वक्त भी अधिकांश लोग खेतों में काम कर रहे थे। इस कारण इतनी बड़ी तबाही मच गई।
अग्निपीड़ितों को खिचड़ी खिलाने का निर्देश, कंबल बांटे
आग लगने की जानकारी पर सीओ रामजी पासवान, राजस्व कर्मचारी अमरेन्द्र कुमार अमर गांव पहुंचे। उन्होंने बताया कि पंचायत के डीलर को सभी अग्निपीड़ितों को खिचड़ी बनाकर खिलाने का निर्देश दिया गया है। चार दिनों तक लगातार खिचड़ी खिलाया जाएगा। साथ ही सभी पीड़ितों को एक-एक महीने का अतिरिक्त राशन देने का निर्देश दिया गया। पीड़ितों को कंबल उपलब्ध करा दिया गया है। पीड़ितों को सहायता राशि भी दी जाएगी।
इन लोगों के जले घर
गारेलाल मंडल, विनोद मंडल, मदन मंडल, रूपनारायण मंडल, शिरोमनी देवी, धनिक मंडल, लालू मंडल, सहिंदर मंडल, अनिल मंडल, छबली मंडल, योगी मंडल, सोनेलाल मंडल, दिनेश मंडल, काबो देवी, संजय मंडल, दिलो मंडल, मुकेश मंडल, विनोद मंडल, डबलू मंडल, सोहिंदर मंडल, फुदो मंडल, नरेश मंडल, मिथुन मंडल, अखिलेश मंडल, दशरथ मंडल, विद्याधर मंडल, योगेन्द्र मंडल के घर जले हैं। आग में दिनेश मंडल की दुकान में रखे सभी सामान सहित नकदी पचास हजार रुपये जल गए। आग बुझाने में संजय भारती, हजारी मंडल, नंदलाल मंडल, अशोक मंडल, अजय यादव, साहेब मंडल, बिजो यादव, मिथिलेश कुमार, कपिलदेव मंडल, बिपीन मंडल, संटु मंडल आदि ने सहयोग किया।
दो घरों में बजनेवाली थी शहनाई
बैकठपुर दुधैला पंचायत में दो अग्निपीड़ितों के घरो में इसी माह बेटियों की शादी थी। शहनाई बजने वाली थी, जिसकी तैयारी में घरवाले जुटे थे। उमेश मंडल की पृत्री पूनम कुमारी व मिथुन मंडल की पुत्री रेखा कुमारी की शादी होनी थी। लेकिन उससे पहले ही आग ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया।