अस्पताल में मरीज सिसकने को मजबूर
इमरान सागर
तिलहर,शाहजहाँपुर:- नगर सीएचसी पर विगत कई हफ्तो से कुत्ता काटे के रोग से बचाव के टीके नही लग रहै है अस्पताल कर्मचारी ऊपर से न आने का जड़ रहै बहाना,पीड़ीत मरीज खौफ से सिसकने को विवश! बैसे तो सरकारी अस्पताल अवस्थाओ के लगभग गोदाम बन चुके है परन्तु अब पानी सर से ऊपर बहता दिख रहा है क्योकि अगर इसी तरह चलता रहा तो कई इंसानी जाने दर्दनाक तरीके से चली जायेंगी
गौर तलब है की पिछले कई हफ्तो से य कहिये महीनो से नगर सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र पर कुत्ते के काटने से वचाव के लिये लगाये जाने बाले इंजेक्शन(टीके)पीड़ीत मरीजो को नही लगाये ज रहै है जिसके चलते पीड़ीत और उनके साथ आने बाले परिजनो को भी शारीरिक एंव मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ती है उन्हे हर बार नई तारीख बता कर चलता कर दिया जाता है!
और जब इस बारे में स्वास्थय कर्मियो से टीके न होने का कारण जानने का प्रयास किया जाता है तो उनका टका सा जवाव होता है ऊपर से नही आये!बेशक इसमें उच्चा अधिकारियो की लापरवाही उजागर होती है और उनकी करामात भी क्योकि सनद रहै की कई हफ्तो से कुत्ता काटे के टीके लगवाने को भटक रहै मरीजो को अपर निदेशक स्वास्थय प्रमिला गौड़ के निरिक्षण के दौरान रेवीज से वचाव के टीके लगाये गये और उनके जाते ही दोवारा कुत्ता काटे के टीके नही है एैसा बोर्ड लगा दिया गया जिसके बाद से मरीजो को दर दर भटकना पड़ रहा है तो बही बेचारे किसी अनहोनी के होने भय से सिसकते हुये भी देखे जा सकते है!देखिये पहले लापरवाह स्वास्थय विभाग की निन्द्रा टूटती है य फिर किसी मजबूर पीड़ीत की साँसो की डोर!