रजवाहा ने बरपाया किसानो पर कहर, पच्चासो बीघे खेत में बोई गई गेंहू और सरसो की फसलें हो गयी जलमग्न
मऊ : कोपागंज विकास खंड के इंदारा, महुआर गांव क्षेत्र से गुजरने वाले रजवाहा में पानी छोड़ने से मंगलवार को रजवाहा में दरारे व निचे से होल हो गई। इससे पच्चासो बीघे खेत में बोई गई गेंहू और सरसो की फसलें जलमग्न हो गईं। डूबी फसलों को सड़ने से बचाने के लिए परेशान किसान पंपसेट लगाकर खेतों से पानी निकाल रहे हैं। क्षेत्र से गुजरने वाले रजवाहा की काफी समय से सफाई नहीं की गई है। काफी दिनों से सूखे पड़े इस रजवाहे में अचानक पानी आ गया। और किसानो की पच्चासो बीघे फसल जलमग्न हो गया। सुबह जब किसान खेतों की ओर गए, तो वे देखे की गेंहू का खेत तालाब बने हुए थे।
फसलें डूबी देख उनके होश उड़ गए। आनन-फानन में किसानों ने मेड बांधने का काम शुरू किया। साथ ही पंपसेट लगाकर खेतों से पानी निकालने की कवायद शुरू की। वहीं घंटों प्रयास के बाद भी दूसरी छोर पर पानी बंद नहीं हो सकी। किसानों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से रजवाहा की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
कई वर्षो से सफाई के नाम पर केवल कोरम पूरा किया जा रहा है। इसके वजह से होने से रजवाहा कई जगहों पर दरारे फटी हुई है। कई बार इसकी शिकायत की गई, लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। किसान फुलन सिंह, छोटू सिह, रामकरन सिंह, नारायन सिंह, गिरधारी सिंह, मैनेजर सिंह, गिरजा शंकर गोड, जयराम राजभर, मोती विश्वकर्मा, जगई राजभर आदि ने बताया कि रजवाहा में दरारे होने से पच्चासो बीघा खेत जलमग्न हुए हैं। जल्द पानी नहीं निकल पाया, तो फसलें सड़ जाएंगीं।
किसानों ने जिलाधिकारी से रजवाहों की सफाई करवाने की भी मांग की है।