समितियों पर लटकी तलवार, दर्ज होगी FIR
यशपाल सिंह
आजमगढ़ : काफी दिनों से जांच को लेकर उलझे मामले में आखिरकार निर्णायक मोड़ आ ही गया। जांच में दोषी सभी ग्यारह समितियों के विरुद्ध पूरी तरह कार्रवाई की तलवार लटक रही है। जिलाधिकारी चंद्रभूषण के निर्देश पर सभी समितियों पर एफआइआर का आदेश दे दिया गया है। इनसे गबन की धनराशि भी वसूली जाएगी। प्रशासन की तरफ से दो निश्चित तारीखों पर अपना पक्ष रखने के लिए ढील दी गई थी लेकिन कोई भी समिति संचालक के नहीं पहुंचने की वजह से अब निर्णायक मोड़ आ गया और प्रशासन ने एकतरफा कार्रवाई का निर्णय लिया है। इससे समिति संचालकों में हड़कंप व्याप्त है।
ज्ञातव्य हो कि जिलाधिकारी के नेतृत्व में गठित जांच टीम में 11 मुबारकपुर की बुनकर समितियों के विरुद्ध 1.40 करोड़ का घपला उजागर हो चुका है। इसकी जांच रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। शासन की तरफ से इन समितियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए संस्तुति की जा चुकी है। इसके बाद जिलाधिकारी ने इन समितियों को दो अवसर प्रदान किया। इसके लिए पिछले 20 फरवरी व 26 फरवरी की तिथि निर्धारित की गई थी। इस दौरान कहा गया था कि समिति के लोग सीडीओ कार्यालय आकर अपना-अपना पक्ष रख सकते हैं लेकिन कोई भी समिति संचालक आया ही नहीं। हां यह जरूर है कि कुछ समिति संचालक जिलाधिकारी को रजिस्ट्री भेजकर और मौका दिए जाने की मांग कर रखी है।
प्रशासन के दो बार मौका दिए जाने के बावजूद समितियों द्वारा कोई पक्ष न रखने पर एकतरफा कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। इसके पूर्व जांच अधिकारी सुनील ¨सह को हटाने की मांग को लेकर दोषी बुनकरों ने मामले को उलझाए रखे और लखनऊ से लेकर प्रशासन तक हौवा बनाया। मामला परत-दर-परत खुल जाने के बाद उनके पास कोई बचने का विकल्प ही नहीं बचा है। अब इन समितियों के विरुद्ध सीधे कार्रवाई की जानी है। इसके विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। इसके 11 समिति संचालकों से 1.40 करोड़ रुपये रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी। सभी दोषी 11 समितियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने का आदेश दे दिया गया है। जल्द ही इनसे 1.40 करोड़ रुपये की रिकवरी की जाएगी। इसके लिए प्रशासन कड़ाई से पेश आएगा।