भागलपुर बिहार
वेलेंटाइन्स डे यानी प्यार करनेवालों का दिन. इकरार, विश्वास और वादे को पूरा करने का दिन. पर कजरैली के सिमरिया की रहनेवाली पूजा (काल्पनिक नाम) के लिए वेलेंटाइन्स डे प्यार का नहीं बल्कि धोखे का दिन बन गया. जिस पर विश्वास किया, उसी ने धोखा दिया. सिमरिया के ही रहनेवाले मनीष ने पूजा को सोमवार की रात अपने घर पर बुलाया. वेलेंटाइन्स डे को खास बनाने का वादा किया. पूजा की मांग भरी. उसके साथ सुहाग रात भी मना लिया.
मंगलवार को वेलेंटाइन्स डे की सुबह पूजा को छोड़ कर भाग गया. कस्मे, वादे को तोड़ वेलेंटाइन्स डे के दिन धोखे से नाराज पूजा मनीष के घर के बाहर ही धरने पर बैठ गयी.आसपास के लोगों की भीड़ वहां इकट्ठा हुई. दोनों पक्षों में समझौते की कोशिश हुई. कजरैली पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस भी वहां पहुंची. पर पूजा ने किसी की भी बात सुनने और मानने से इनकार कर दिया.मैं कहीं नहीं जाऊंगी : पूजा ने वहां के लोगों की बात मानने से पूरी तरह इनकार कर दिया. उसने मनीष की करतूत पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि उसने धोखा दिया है. वह उसे माफ नहीं करेगी. धरने पर बैठी पूजा ने कहा कि वह इंसाफ मिले बिना कहीं नहीं जानेवाली है. उसने साफ कहा कि मनीष ने उसके साथ शादी की है इसलिए वह अब उसके साथ ही रहेगी. काफी संख्या में वहां ऐसे लोग मौजूद थे जिन्होंने पूजा के कदम को सही करार दिया और उसका साथ देने की बात कही.
काली पूजा के दौरान दोनों में हुई थी दोस्ती : पूजा ने बताया कि पिछले साल काली पूजा के दौरान मनीष ने उससे दोस्ती की. उसके बाद से वह उससे मिलने लगा. दोनों में दोस्ती गहरी हो गयी. पूजा का कहना है कि मनीष ने उससे शादी कर घर बसाने की बात कही. उसने पूजा से कहा कि इस वेलेंटाइन डे को वह यादगार बना देगा. दोनों में बात पक्की हुई और सोमवार की रात शादी करने का फैसला किया. मनीष ने सोमवार की रात उसे अपने घर पर बुलाया और उसकी मांग में सिंदूर भर दी.
मैं कुछ नहीं जानती, बेटा ने किया है वही जाने : एक तरफ पूजा मनीष के धोखा देने से नाराज होकर उसके घर के बाहर धरने पर बैठी थी वहीं दूसरी तरफ मनीष की मां दोनों की इस शादी को मानने को तैयार नहीं थी. मनीष की मां ने कहा कि उसका बेटा नासमझ है. वह बेटे के फैसले को नहीं माननेवाली. उसका कहना है कि अगर उसके बेटे ने उस लड़की से शादी कर ली तो वह दोनों को घर से भगा देगी पर अपने घर में नहीं रहने देगी. इस घटना से आहत मनीष की बहनें परेशान दिखीं वे रो भी रही थीं.