आक्रमक, सुरक्षात्मक और रणनीतिक होगी पुलिसिंग
कनिष्क गुप्ता.
इलाहाबाद : क्राइम कंट्रोल के लिए खाकी ने अब नए फार्मूले पर काम शुरू कर दिया है। डीजीपी के सकुर्लर के बाद आइजी रमित शर्मा ने पुलिस अधिकारियों, थाना प्रभारियों और दारोगाओं की बैठक कर उन्हें आक्रमक, सुरक्षात्मक और आगे की रणनीतिक पुलिसिंग के पाठ पढ़ाए। इलाहाबाद, कौशांबी और प्रतापगढ़ की पुलिस को बताए गए कि अपराध पर काबू पाने के लिए किन योजनाओं पर अमल कर आगे बढ़ें। गांव, मुहल्ले में होने वाले विवादों की सूची तैयार कर बीट दारोगा, सिपाही, चौकीदार और ग्राम प्रधान को रजिस्टर भरने होंगे। सीओ से लेकर चौकीदार तक की जिम्मेदारी तय की गई।
सूबे में इन दिनों अपराध बढ़े हैं, खासकर इलाहाबाद में एक दिन में छह हत्याओं ने दहला दिया। ऐसे में खाकी की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे। थाना प्रभारियों, दारोगाओं को फटकार के साथ ही डीजीपी के सकुर्लर के तहत वर्क करने का निर्देश आइजी रमित शर्मा ने दिया। पुलिस लाइन में सभी पुलिस अधिकारियों की मीटिंग कर आइजी ने पुलिसिंग में बदलाव के गुर सिखाए। आइजी ने बताया कि अपराधिक घटनाओं की सूची तैयार कर बीट दारोगा, सिपाही, चौकीदार और ग्राम प्रधान संग बैठक कर उन्हें ब्रीफ करें। बीट निरीक्षक संबंधित वादी से संपर्क कर आगे की कार्रवाई तय करें। हर रविवार को थाने पर ग्राम चौकीदारों की बैठक हो। जहां चौकीदारों की व्यवस्था नहीं है वहां बीट आरक्षी की बैठक हो। जमीन संबंधित और पारिवारिक विवादों पर गहनता से विचार करें। जिन मामलों में आगे अपराधिक घटनाएं हो सकती हैं उसे अलग से चिन्तिह करें और अफसरों के संज्ञान में लाकर मामले का निपटारा कराएं। हर क्रियाकलाप, सूचनाओं के लिए रजिस्टर भरें। आन लाइन डाटा बेस तैयार कर अफसरों को जानकारी दें। आइजी ने बताया कि जिन मामलों में पुन: ¨हसा की संभावनाएं हों, उनका रजिस्टर अगल से मेनटेन हो, उसे अफसरों के संज्ञान में लाया जाए। मीटिंग में एसएसपी आकाश कुलहरि ने थाना प्रभारियों को फटकार लगाते हुए लंबित मामलों को तत्काल निपटाने के निर्देश दिए।