मानवाधिकार आयोग ने मांगी रिपोर्ट, सीओ को जाँच

-महिला ने दो थानेदारों समेत कई पुलिसवालों पर लगाए आरोप, बदले की कार्रवाई में पुलिस ने भेजा जेल, बयान दर्ज

कनिष्क गुप्ता

इलाहाबाद : गऊघाट की एक महिला का पुलिस द्वारा उत्पीड़न करने का मामला राष्ट्रीय महिला आयोग तक पहुंच गया है। स्मैक के धंधेबाजों को पकड़वाने वाली शिवकांती सिंह को तत्कालीन एसओ मुट्ठीगंज अब्दुल सत्तार ने जेल भेज दिया था। महिला ने अदालत की शरण ली तो दबाव बना रहे दूसरे थानेदार संतोष शर्मा ने मारपीट कर बेइज्जत किया। महिला ने साक्ष्यों के साथ राष्ट्रीय महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया तो जांच शुरू हो गई। महिला आयोग ने पुलिस विभाग को नोटिस जारी कर रिपोर्ट मांग ली। खलबली मची तो एसएसपी ने मामले की जांच सीओ बैरहना आइपीएस माधव सुर्कीति को सौंप दी। अब सीओ ने महिला का बयान दर्ज कर लिया है। मामले में कई पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

गऊघाट की रहने वाली शिवकांती सिंह पुत्री स्व. माता प्रसाद का आरोप है कि स्मैक का धंधा बंद कराने की सजा पुलिस ने उसे फर्जी मुकदमे में जेल भेजकर दी। अदालत में महिला ने तत्कालीन एसओ मुट्ठीगंज के खिलाफ परिवाद दाखिल किया तो दूसरे थाना प्रभारी सुलह का दबाव बनाने लगे, न करने पर घर में घुसकर तोड़फोड़ की गई जिसकी सीसीटीवी रिकार्डिग मौजूद है। इसी आधार पर महिला ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में गुहार लगाई तो वहां से रिपोर्ट मांग ली गई। इसके बाद मामले की जांच सीओ ने शुरू की। महिला ने अपने बयान में दो थानेदारों के साथ ही थाने के कई पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आइपीएस माधव सुर्कीति के मुताबिक, जांच आई है, बयान दर्ज कर लिया गया है। अभी दूसरे पक्षों से बात की जानी है।

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