गोहन पुलिस ने पकड़ा बीस हजार ईनामिया हत्यारोपी
जालौन गोहन थाना पुलिस ने पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद सिंह के निर्देश पर काफी समय से फरार चल रहे बीस हजार रुपये के ईनामी हत्यापोरी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है।
घटना का खुलासा करते हुये पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया है कि वर्ष 17 अप्रैल 2004 की रात्रि को राधेश्याम उर्फ भदोले पुत्र आशाराम तेली व मृतक की पुत्री संजो उर्फ संजना की अभियुक्त रामशंकर द्वारा कुल्हाड़ी से काट कर रात में सोते समय नृशंस हत्या कर दी गयी थी तथा मृतक का लड़का अखिलेश भी घटना में घायल हो गया था। जिसका मुकदमा मृतक के भाई सीताराम पुत्र आशाराम निवासी ग्राम ईटो थाना गोहन ने रामशंकर पुत्र मूलचन्द्र उर्फ मुलू तेली थाना गोहन के खिलाफ थाने में पंजीकृत करवाया था। घटना के बाद से हत्यारोपी फरार चल रहा था।
एसपी ने बताया कि हत्यारोपी के खिलाफ 25 अप्रैल 2006 को एनबीडब्लू के साथ ही 31 मई 2006 को न्यायालय के आदेश पर 82-83 की कार्यवाही की गयी थी। उन्होंने बताया कि पुलिस उप महानिरीक्षक झांसी द्वारा 7 जुलाई 2005 को पांच हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया था इसके बाद पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा 17 मार्च 2018 को उक्त धनराशि को बढाकर 20 हजार रुपये किया गया था। एसपी अमरेन्द्र प्रसाद सिंह व अपर पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्रनाथ तिवारी के निर्देश पर क्षेत्राधिकारी माधौगढ़ अजेय कुमार शर्मा के नेतृत्व में 17 अप्रैल 2006 की रात्रि में थाना गोहन क्षेत्र में हुए दोहरे हत्याकाण्ड के फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रभारी निरीक्षक सतीश कुमार, उप निरीक्षक नवीन कुमार को टीम के साथ लगाया गया था उक्त टीम द्वारा हत्यारोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किये जा रहे थे इसी दौरान 29 मार्च 2018 को फरार चल रहे ईमानी हत्यारोपी रामशंकर पुत्र मूलचन्द्र उर्फ मुलू तेली निवासी ग्राम ईटो थाना गोहन को मुखबिर की सूचना पर सरावन चौराहा से हदरुख जाने वाली सड़क पर 315 बोर तमंचा व दो जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया है। एसपी ने बताया है कि हत्यारोपी मुलू तेली मूल निवासी धरगुवां कोतवाली उरई का रहने वाला है। जिसके ऊपर गोहन थाने में कई आपराधिक मुकदमें भी दर्ज है। हत्यारोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी गोहन सतीश कुमार, उप निरीक्षक नवीन कुमार, का. हरिओम, का. अजीत चाहर, का. रवि सिंह को एसपी अमरेन्द्र प्रसाद सिंह ने 20 हजार रुपये से पुरुस्कृत किया है।