लखनऊ – बंद समर्थको ने जमकर काटा सड़क पर बवाल. देखे कुछ तस्वीरे
लखनऊ : एससी/एसटी एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में आज दलितों ने आज 2 अप्रैल को भारत बंद का ऐलान का असर प्रदेश के हर जिले में कमोबेश देखने को मिला. इस अवसर पर दलित संगठन से जुडे लोग जगह जगह इक्ठ्ठे होना शुरू भी गये हैं. सोमवार 2 अप्रैल को तड़के सुबह राजधानी लखनऊ में दलित रेल पटरियों पर जमा हो गये और ट्रेनों की आवाजाही रोक दी. इसी क्रम में हजरतगंज चौराहे पर भी वाहनों का आवागमन बाधित कर दिया. राजधानी की सड़कें भयंकर जाम से जूझती हुई दिखाई दे रही थी. इस जाम का असर समाचार लिखे जाने तक जारी रहा. वहीं प्राप्त समाचारों के अनुसार केंद्र सरकार पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की तैयारी कर रही है.
इस बीच एक अघोषित आन्दोलन के तरह सडको पर निकले दलित संगठनो ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया जिसमें भारी संख्या में दलित इकठ्ठा हुए और भारत बंद को लेकर उपद्रव किया. हजरतगंज सहित तमाम इलाकों में भारत बंद का असर देखने को मिल रहा है. दुकाने बंद हैं. कई जगह स्कूल भी बंद देखने को मिल रहे हैं.
सरकार दाखिल करेगी पुनर्विचार याचिका-
केन्द्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में आज एक पुनर्विचार याचिका दायर कर एससी-एसटी के कथित उत्पीड़न को लेकर तुरंत होने वाली गिरफ्तारी और मामले दर्ज किए जाने को प्रतिबंधित करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को चुनौती देगी. सरकारी सूत्रों ने बताया कि सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्रालय द्वारा दाखिल किए जाने वाली इस याचिका में यह तर्क दिया जा सकता है कि कोर्ट के फैसले से एससी और एसटी एक्ट 1989 के प्रावधान कमजोर हो जाएंगे. याचिका में सरकार यह भी तर्क दे सकती है कि कोर्ट के मौजूदा आदेश से लोगों में कानून का भय खत्म होगा और इस मामले में और ज्यादा कानून का उल्लंघन हो सकता है.