बार्डर पर बसी अवैध बनगवां मंडी कही तस्करी का अड्डा तो नहीं
फारूख हुसैन
लखीमपुर खीरी. दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगलों के बीच थारुओं को खेती किसानी कर जीवन व्यापन के लिए दी गई अनुदान की भूमि पर अवैध बनगवां मंडी बना दी गई। व्यापारी रुपी तस्कर रोजाना लाखों रुपये का माल नदी के घाटों व जंगल के रास्तों से तस्करी कर नेपाल में पहुंचा रहे हैं। तस्करी के इस काले कारोबार में नेपाल की महिलाओं व लड़कियों को लगाया गया है। गौरीफंटा पुलिस की सांठगांठ के चलते दिन के उजाले में भी तस्कर तस्करी के गोरखधंधे को अंजाम देते हैं। इस अवैध मंडी को लेकर तहसील प्रशासन ने उसे पट्टों की शर्तो का उल्लंघन करार देते हुए पट्टाधारकों के पट्टों को निरस्त करने की बात कही थी, लेकिन सूत्रों की माने तो स्थानीय अधिकारियों को तस्करों ने मैनेज करते हुए पट्टा निरस्तीकरण की कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डलवा दिया है।
इस संबंध में तहसीलदार भगवानदीन वर्मा ने बताया कि उक्त भूमि पर किसी प्रकार का व्यापार व निर्माण नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि मंडी पूरी तरीके से गलत है जिस पर जल्द कार्रवाई की जाएगी।